FM College Student case: इलाज के दौरान दम तोड़ा, न्याय की मांग को लेकर गरमाया बालासोर
News India Live, Digital Desk: ओडिशा के बालासोर स्थित फकीर मोहन कॉलेज से सामने आई एक दुखद खबर ने सबको स्तब्ध कर दिया है। एक 18 वर्षीय छात्रा, जिसने कथित तौर पर उत्पीड़न के कारण खुद को आग लगाने की कोशिश की थी, उसने आखिरकार जिंदगी से जंग हारते हुए शनिवार सुबह दम तोड़ दिया। अंतिम वर्ष की यह छात्रा गंभीर रूप से झुलस गई थी और बीते कई दिनों से अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रही थी। उसने एफएम कॉलेज परिसर में खुद को आग के हवाले किया था।
इस दर्दनाक घटना के पीछे यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगे हैं। मृतक छात्रा के माता-पिता का दावा है कि बीजू जनता दल (बीजेडी) से जुड़े एक छात्र नेता ने उनकी बेटी को परेशान किया था, जिसके बाद उसने यह कदम उठाया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब उनकी बेटी ने इस बारे में शिकायत करने की कोशिश की, तो कॉलेज प्रशासन और पुलिस दोनों ने उचित कार्रवाई करने में देरी की।
इस घटना के बाद राज्यभर में उबाल देखा जा रहा है। स्थानीय लोगों और विभिन्न छात्र संगठनों जैसे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने सड़कों पर उतरकर न्याय की मांग की है। वे दोषी छात्र नेता की तत्काल गिरफ्तारी और घटना की उच्च-स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने फकीर मोहन कॉलेज के प्रिंसिपल कार्यालय और पुलिस स्टेशन के बाहर जमकर विरोध-प्रदर्शन किए, जो इस घटना से पनपे गुस्से और आक्रोश को दर्शाता है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने फिलहाल आरोपी छात्र नेता चिनॉय महारना और उनके पिता चिनॉय महाना के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। हालांकि, छात्र संगठन और मृत छात्रा के परिजन, प्रशासन द्वारा उचित आश्वासन मिलने तक पार्थिव शरीर को लेने से इनकार कर रहे हैं। उनकी प्रमुख मांग है कि इस पूरे मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा कराई जाए, ताकि सच सामने आ सके और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके। परिवार के सदस्यों का कहना है कि उनकी बेटी का चला जाना उनके लिए सब कुछ खत्म होने जैसा है, और वे न्याय मिलने तक हार नहीं मानेंगे।
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