संन्यास या वर्ल्ड कप? किंग कोहली की फिटनेस देख दिग्गजों ने जो कहा, उसे सुनकर फैंस की उम्मीदें सातवें आसमान पर हैं

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News India Live, Digital Desk : क्रिकेट की दुनिया में जब भी यह चर्चा छिड़ती है कि अगला वर्ल्ड कप कौन जीतेगा या टीम का चेहरा कौन होगा, तो एक नाम सबसे पहले दिमाग में आता है विराट कोहली। पिछले कुछ समय से क्रिकेट गलियारों में एक ही सवाल सबसे ज्यादा पूछा जा रहा था कि क्या विराट कोहली 2027 का वनडे वर्ल्ड कप खेलेंगे? आज जो खबरें और विशेषज्ञों की राय सामने आ रही है, वो करोड़ों भारतीय फैंस के चेहरों पर मुस्कुराहट लाने के लिए काफी है।

विराट कोहली को अब 2027 वर्ल्ड कप के लिए "पूरी तरह तैयार" माना जा रहा है। और यह दावा सिर्फ उनके पुराने रिकॉर्ड के आधार पर नहीं, बल्कि उनकी मौजूदा फिटनेस और टीम इंडिया में उनकी 'कंसिस्टेंसी' यानी निरंतरता को देख कर किया जा रहा है।

उम्र सिर्फ एक संख्या है, फिटनेस ही सब कुछ है
हम अक्सर देखते हैं कि 35 की उम्र पार करते ही खिलाड़ी संन्यास के बारे में सोचने लगते हैं, लेकिन विराट के मामले में कहानी बिल्कुल अलग है। विशेषज्ञों का मानना है कि विराट कोहली टीम इंडिया के सबसे फिट और अनुशासित खिलाड़ी हैं। उनका जो लाइफस्टाइल है, जो फिटनेस रूटीन है, वो उन्हें 38-39 की उम्र में भी किसी युवा खिलाड़ी से पीछे नहीं रहने देगा। इसी जुनून को देखते हुए उन्हें 2027 वर्ल्ड कप का एक बड़ा दावेदार माना जा रहा है।

टीम इंडिया के लिए 'रीढ़ की हड्डी' हैं कोहली
2023 वर्ल्ड कप के फाइनल तक पहुँचने में विराट कोहली की भूमिका कोई भूल नहीं सकता। वे आज भी टीम के लिए वो खिलाड़ी हैं जो एक तरफ से विकेट संभाले रखते हैं और दूसरे खिलाड़ियों को खुल कर खेलने की आज़ादी देते हैं। उनकी इसी निरंतरता ने चयनकर्ताओं और पूर्व दिग्गजों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि उनके जैसा मध्यक्रम का बल्लेबाज अगले 3-4 सालों तक ढूंढना नामुमकिन है।

अगला लक्ष्य: 2027 का सफर
2027 का वनडे वर्ल्ड कप साउथ अफ्रीका, जिम्बाब्वे और नामीबिया में खेला जाना है। वहां की परिस्थितियों में विराट जैसे अनुभवी बल्लेबाज की ज़रूरत भारतीय टीम को बहुत ज़्यादा होगी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि विराट अपनी बल्लेबाज़ी की शैली को उम्र के साथ जिस तरह बदल रहे हैं, वो उनकी स्मार्ट क्रिकेटिंग सोच को दर्शाता है। वे जानते हैं कि कब रक्षात्मक होना है और कब आक्रामक।

क्या कहते हैं क्रिकेट पंडित?
विराट के खेलने की खबर पर लगभग हर बड़े क्रिकेट पंडित की एक ही राय है "जब तक आपके पास टीम का सबसे फिट और सबसे ज़्यादा रन बनाने वाला खिलाड़ी मौजूद है, तब तक उसे बाहर रखने का सवाल ही नहीं उठता।" टीम में उनका होना सिर्फ़ रन बनाना नहीं है, बल्कि मैदान पर उनके होने मात्र से सामने वाली टीम पर जो मानसिक दबाव पड़ता है, वह टीम इंडिया के लिए सबसे बड़ी ताकत है।

फैंस के लिए तो यह किसी त्यौहार से कम नहीं है कि वे अपने 'किंग' को एक बार फिर से वर्ल्ड कप की ट्रॉफी उठाने की कोशिश करते देख पाएंगे। सच कहें तो विराट कोहली सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि उस भारतीय जज़्बे का नाम है जो कभी हार नहीं मानना जानता।

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