सिडनी हमले के गुनहगारों के चेहरे आए सामने पाकिस्तान और ISIS के लिंक ने बढ़ाई दुनिया की चिंता

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News India Live, Digital Desk : सिडनी के खूबसूरत बॉन्डी बीच (Bondi Beach) पर हुए उस खौफनाक हमले ने हम सभी को झकझोर कर रख दिया था। हर किसी के मन में बस एक ही सवाल था आखिर इतनी नफरत लेकर कौन आया था? वो कौन थे जिन्होंने मासूम लोगों पर गोलियां बरसाईं? अब, इस मामले में एक ऐसा मोड़ आया है जो न केवल ऑस्ट्रेलिया बल्कि भारत और पूरी दुनिया के लिए कान खड़े करने वाला है।

हमलावरों की पहचान: परतें खुलनी शुरू

जांच एजेंसियों ने उन दो हमलावरों की पहचान (Identify) कर ली है जिन्होंने इस "मौत के खेल" को अंजाम दिया। और जो सच सामने आ रहा है, वो बेहद चौंकाने वाला है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जांच की सुई पाकिस्तान (Pakistan) और आतंकवादी संगठन ISIS की तरफ घूम गई है।

पुलिस सूत्रों से मिल रही खबरों की मानें तो, दोनों हमलावरों का कनेक्शन किसी न किसी रूप में चरमपंथी विचारधारा से जुड़ा था। ऐसा कहा जा रहा है कि इन संदिग्धों के तार पाकिस्तान में बैठे कुछ हैंडलर्स से जुड़े हो सकते हैं। हालांकि, अभी आधिकारिक जांच (Official Investigation) चल रही है, लेकिन शुरुआती सबूत इशारा कर रहे हैं कि यह एक सुनियोजित साजिश (Planned Conspiracy) थी।

क्यों खटका 'पाकिस्तान कनेक्शन'?

जब भी ग्लोबल टेरर की बात आती है, तो अक्सर पाकिस्तान का नाम उछलता है, और इस बार भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है। जांच में यह खंगाला जा रहा है कि क्या ये हमलावर हाल ही में पाकिस्तान गए थे, या फिर ऑनलाइन रेडिकलाइजेशन (Online Radicalization) का शिकार हुए थे।

ऑस्ट्रेलियाई पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इन दोनों को ISIS जैसे खूंखार आतंकी संगठन से निर्देश मिल रहे थे? जिस तरह से उन्होंने निहत्थे लोगों को निशाना बनाया, वह तरीका ISIS के 'लोन वुल्फ' (Lone Wolf) हमलों से काफी मिलता-जुलता है।

अब आगे क्या?

ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने इसे बेहद गंभीरता से लिया है। यह सिर्फ एक हमला नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा व्यवस्था पर एक तगड़ा वार है। इस खुलासे के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जानकारी साझा करनी शुरू कर दी है। भारतीयों के लिए भी यह खबर मायने रखती है, क्योंकि आतंकवाद का दर्द हम अच्छे से समझते हैं।

जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, कई और राज़ खुलने की उम्मीद है। लेकिन एक बात साफ़ है— नफरत की जड़ें काफी गहरी हैं और इनके तार कई देशों तक फैले हुए हैं।

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