गुजरात में नर्मदा नहर के 5 खतरनाक पुल बंद, 4 पर भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित
गुजरात में एक गंभीर पुल दुर्घटना के बाद नर्मदा नदी पर बने पाँच पुलों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। इस दुर्घटना में 21 लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है। इसके अलावा, चार अन्य पुलों पर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है, जबकि 36 अन्य पुलों को मरम्मत के लिए तत्काल बंद करने का आदेश दिया गया है।
नर्मदा नहर पुलों का तकनीकी निरीक्षण
सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड (एसएसएनएनएल) के अनुसार, नर्मदा नहर नेटवर्क में राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों के साथ-साथ ग्रामीण सड़कों को जोड़ने वाले कुल 2,110 पुल हैं। इन पुलों की वर्तमान स्थिति का आकलन करने और संभावित क्षति को रोकने के लिए, एसएसएनएनएल द्वारा हाल ही में एक व्यापक निरीक्षण अभियान चलाया गया था। निरीक्षण के दौरान, 5 पुल वाहनों की आवाजाही के लिए खतरनाक पाए गए और उन्हें बंद कर दिया गया है। इनमें से 2 पुल मोरबी जिले में और 3 सुरेंद्रनगर जिले में स्थित हैं।
गंभीर पुल दुर्घटना का प्रभाव
9 जुलाई को, आणंद और वडोदरा ज़िलों को जोड़ने वाले गंभीर गाँव के पास 40 साल पुराने एक पुल का एक हिस्सा ढह गया। इस दुर्घटना में कई वाहन महिसागर नदी में गिर गए, जिससे 20 लोगों की मौत हो गई। इस घटना के बाद, राज्य सरकार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए नर्मदा नहर नेटवर्क के पुलों का तकनीकी निरीक्षण कराया।
युद्ध स्तर पर चल रहा मरम्मत कार्य
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के निर्देशों के तहत, भारी बारिश से क्षतिग्रस्त सड़कों और पुलों की मरम्मत का काम युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है। राज्य सरकार ने गाँवों, कस्बों और शहरों की आंतरिक सड़कों के साथ-साथ राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों की मरम्मत भी शुरू कर दी है। इसके अलावा, नर्मदा नहर नेटवर्क के पुलों को टिकाऊ बनाने के लिए एक व्यापक योजना पर काम चल रहा है।
सुरक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता
राज्य सरकार ने कहा है कि नागरिकों की सुरक्षा और बुनियादी ढाँचे की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए ये कदम उठाए गए हैं। नर्मदा नहर नेटवर्क के पुलों की मरम्मत और निरीक्षण का काम जल्द पूरा करने की योजना है, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचा जा सके।
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