Education Minister's Data: केंद्रीय विद्यालयों में प्रवेश में रिकॉर्ड गिरावट पांच साल का निचला स्तर

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News India Live, Digital Desk: Education Minister's Data: हाल ही में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लोकसभा में बताया है कि शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए केंद्रीय विद्यालयों में नए प्रवेशों की संख्या पिछले पांच सालों में सबसे कम रही है। यह गिरावट शिक्षा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाती है, विशेषकर उन सरकारी स्कूलों के लिए जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए जाने जाते हैं।

मंत्री द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, मौजूदा सत्र में 1,06,009 नए दाखिले हुए हैं, जो कि पिछली कुछ वर्षों की तुलना में काफी कम हैं। पिछले सत्र 2023-24 में यह संख्या 1,51,326 थी। इससे पहले के वर्षों पर गौर करें तो, 2022-23 में 1,69,692, 2021-22 में 2,56,432 और 2020-21 में 1,73,500 नए प्रवेश दर्ज किए गए थे।

खास बात यह है कि 2021-22 का सत्र, जो कोविड-19 महामारी का दौर था, केंद्रीय विद्यालयों के लिए नए दाखिलों के मामले में उच्चतम बिंदु पर था, जब 2.5 लाख से अधिक छात्रों ने प्रवेश लिया था। उस समय ऑनलाइन शिक्षा की बढ़ती आवश्यकता के कारण कई अभिभावकों ने केंद्रीय विद्यालयों का रुख किया था। इसके विपरीत, मौजूदा सत्र का आंकड़ा पिछले पांच वर्षों में सबसे निचले स्तर पर है।

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपने लिखित उत्तर में दाखिलों में इस कमी के कारणों का कोई विस्तृत विवरण नहीं दिया है। यह सवाल उठाता है कि आखिर किस वजह से इतनी बड़ी संख्या में अभिभावक और छात्र अब केंद्रीय विद्यालयों का रुख कम कर रहे हैं।

वर्तमान में केंद्रीय विद्यालयों में कुल लगभग 14.35 लाख छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। पूरे भारत और विदेशों में कुल 1,254 केंद्रीय विद्यालय संचालित हो रहे हैं, जो समाज के विभिन्न वर्गों के छात्रों को शिक्षा प्रदान करते हैं। यह ताजा आंकड़े निश्चित रूप से शिक्षा विशेषज्ञों और नीति निर्माताओं के लिए विचार का विषय हैं।

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