Easy work visa for Indians : विदेश जाकर बसने का सपना अब नहीं रहेगा अधूरा, ये देश दे रहे हैं सबसे आसानी से वीज़ा

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News India Live, Digital Desk: हर साल लाखों भारतीय एक बेहतर करियर और जिंदगी की तलाश में विदेश जाने का सपना देखते हैं। लेकिन अक्सर वीज़ा मिलने की मुश्किल प्रक्रिया इस सपने के आड़े आ जाती है। पर क्या आप जानते हैं कि दुनिया में कई ऐसे देश हैं, जिन्हें भारत के टैलेंटेड लोगों की सख्त ज़रूरत है और इसलिए उन्होंने भारतीयों के लिए अपने दरवाज़े खोल दिए हैं और वीज़ा के नियम भी काफी आसान कर दिए हैं?

तो अगर आप भी अपने करियर को अंतर्राष्ट्रीय उड़ान देना चाहते हैं, तो इन 8 देशों पर नज़र ज़रूर डालें।

1. जर्मनी (Germany)
यूरोप का यह पावरहाउस स्किल्ड लोगों की कमी से जूझ रहा है। यहाँ की सरकार ने वीज़ा के नियम इतने आसान कर दिए हैं कि यह भारतीयों के लिए टॉप डेस्टिनेशन बन गया है।

  • क्यों है आसान?: जर्मनी का 'जॉब सीकर वीज़ा' (Job Seeker Visa) आपको बिना नौकरी के वहां जाकर 6 महीने तक नौकरी ढूंढ़ने की इजाज़त देता है। अगर आपके पास डिग्री और अनुभव है, तो आप आसानी से अप्लाई कर सकते हैं।
  • किसकी है डिमांड?: आईटी, इंजीनियरिंग और हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स की भारी मांग है।

2. कनाडा (Canada)
कनाडा का नाम सुनते ही एक दोस्ताना और साफ़-सुथरे सिस्टम की तस्वीर दिमाग में आती है। भारतीयों के लिए यह देश हमेशा से पसंदीदा रहा है।

  • क्यों है आसान?: यहाँ का 'एक्सप्रेस एंट्री' प्रोग्राम एक पॉइंट वाला सिस्टम है। इसमें आपकी उम्र, पढ़ाई, अनुभव और भाषा के आधार पर पॉइंट्स मिलते हैं। अच्छी बात यह है कि इसके लिए हमेशा जॉब ऑफर की ज़रूरत नहीं होती। भारतीय इस सिस्टम से वीज़ा पाने वालों में सबसे आगे हैं।

3. ऑस्ट्रेलिया (Australia)
खूबसूरत beaches और शानदार लाइफस्टाइल के लिए मशहूर ऑस्ट्रेलिया में स्किल्ड वर्कर्स की हमेशा पूछ रहती है।

  • क्यों है आसान?: यहाँ का 'स्किल्ड माइग्रेशन प्रोग्राम' भी पॉइंट्स पर आधारित है। अगर आपके पॉइंट्स अच्छे हैं तो आपको किसी कंपनी के स्पॉन्सरशिप के बिना भी वीज़ा मिल सकता है।
  • इनकी है ज़रूरत: आईटी, हेल्थकेयर (डॉक्टर, नर्स) और टीचिंग जैसे प्रोफेशन में काफी मौके हैं।

4. नीदरलैंड्स (Netherlands)
अगर आप यूरोप में एक शानदार वर्क-लाइफ बैलेंस चाहते हैं तो नीदरलैंड्स आपके लिए बेस्ट हो सकता है।

  • क्यों है आसान?: यहाँ का 'हाइली स्किल्ड माइग्रेंट प्रोग्राम' बहुत तेज़ है। बस आपको सरकार से मान्यता प्राप्त किसी कंपनी से जॉब ऑफर मिलना चाहिए। इसके बाद कंपनी खुद ही आपके वीज़ा का ज़्यादातर काम संभाल लेती है, जिससे आपको कोई झंझट नहीं होता।

5. आयरलैंड (Ireland)
गूगल, फेसबुक जैसी बड़ी-बड़ी टेक कंपनियों का यूरोपियन हेडक्वार्टर आयरलैंड में ही है। यह देश स्किल्ड प्रोफेशनल्स को हाथों-हाथ ले रहा है।

  • क्यों है आसान?: यहाँ 'क्रिटिकल स्किल्स एम्प्लॉयमेंट परमिट' उन लोगों को आसानी से मिलता है, जिनके प्रोफेशन की देश में कमी है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसके लिए लम्बे-चौड़े सरकारी टेस्ट की ज़रूरत नहीं पड़ती।

6. डेनमार्क (Denmark)
दुनिया के सबसे खुशहाल देशों में से एक, डेनमार्क काम करने के लिए एक बेहतरीन जगह है।

  • क्यों है आसान?: डेनमार्क एक 'पॉजिटिव लिस्ट' जारी करता है, जिसमें उन प्रोफेशन्स के नाम होते हैं जिनकी देश में कमी है। अगर आपका काम उस लिस्ट में है, तो समझ लीजिए आपका वीज़ा पक्का है। इंजीनियरिंग, आईटी और साइंस के लोगों के लिए यहाँ बहुत मौके हैं।

7. न्यूज़ीलैंड (New Zealand)
शांति और सुकून भरी ज़िंदगी जीने वालों के लिए न्यूज़ीलैंड किसी जन्नत से कम नहीं।

  • क्यों है आसान?: यहाँ 'एक्रेडिटेड एम्प्लॉयर वर्क वीज़ा' सबसे मशहूर है। मतलब, अगर आपको किसी सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कंपनी से नौकरी का ऑफर मिलता है, तो वीज़ा की प्रक्रिया बहुत आसान और तेज़ हो जाती है।

8. संयुक्त अरब अमीरात (UAE)
दुबई और अबू धाबी जैसे शहर भारतीयों के लिए हमेशा से आकर्षण का केंद्र रहे हैं। घर से नज़दीकी और टैक्स-फ्री सैलरी इसे ख़ास बनाती है।

  • क्यों है आसान?: UAE में वर्क वीज़ा पूरी तरह से कंपनी पर निर्भर करता है। एक बार जॉब मिली, तो वीज़ा लगवाने से लेकर आपके रहने तक का सारा इंतज़ाम कंपनी ही कर देती है। यह सबसे झंझट-मुक्त प्रक्रियाओं में से एक है।

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