Early Symptoms : जानलेवा बीमारी डायबिटीज के 7 छुपे हुए लक्षण ,इन्हें नज़रअंदाज़ किया तो पड़ सकता है भारी

Post

News India Live, Digital Desk: Early Symptoms : आजकल डायबिटीज या मधुमेह एक वैश्विक स्वास्थ्य समस्या बन गई है. इसे 'साइलेंट किलर' इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसके शुरुआती लक्षण अक्सर बहुत सामान्य होते हैं और लोग उन्हें थकान या सामान्य स्वास्थ्य समस्या समझकर अनदेखा कर देते हैं. जब तक इसका निदान होता है, तब तक हाई ब्लड शुगर (रक्त शर्करा) शरीर के कई अंगों, जैसे किडनी, आंखें, हृदय और तंत्रिकाओं को नुकसान पहुंचा चुका होता है. इसलिए, इसके शुरुआती लक्षणों को पहचानना और समय पर डॉक्टर से सलाह लेना बेहद ज़रूरी है.

यहां हम आपको डायबिटीज के 7 ऐसे शुरुआती लक्षणों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आपको बिल्कुल भी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए:

  1. बार-बार पेशाब आना (Frequent Urination): अगर आपको सामान्य से ज़्यादा बार पेशाब आता है, खासकर रात के समय, तो यह हाई ब्लड शुगर का संकेत हो सकता है. किडनी बढ़ी हुई शुगर को बाहर निकालने के लिए ज़्यादा काम करती है.
  2. ज़्यादा प्यास लगना (Increased Thirst): बार-बार पेशाब आने से शरीर में पानी की कमी होती है, जिससे आपको लगातार प्यास महसूस होती है.
  3. भूख ज़्यादा लगना (Increased Hunger): शरीर कोशिकाओं तक ग्लूकोज नहीं पहुंचा पाता, जिससे ऊर्जा की कमी होती है और आपको हमेशा भूख महसूस होती रहती है, भले ही आपने खाना खाया हो.
  4. तेज़ी से वज़न कम होना (Unexplained Weight Loss): अगर बिना किसी कोशिश के आपका वज़न तेज़ी से कम हो रहा है, तो यह चिंता का विषय हो सकता है. शरीर ग्लूकोज का उपयोग नहीं कर पाता और ऊर्जा के लिए वसा (फैट) और मांसपेशियों को तोड़ने लगता है.
  5. थकान और कमज़ोरी (Fatigue and Weakness): शरीर में ग्लूकोज का सही इस्तेमाल न होने से कोशिकाओं को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पाती, जिससे आपको लगातार थकान और कमज़ोरी महसूस होती है.
  6. धुंधला दिखना (Blurred Vision): आंखों में लेंस के अंदर तरल पदार्थ का स्तर बदलने से आंखें फोकस नहीं कर पातीं, जिससे आपको धुंधला दिख सकता है.
  7. घाव भरने में देरी और बार-बार इन्फेक्शन (Slow-Healing Sores & Frequent Infections): हाई ब्लड शुगर रक्त परिसंचरण (blood circulation) और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) को प्रभावित करता है, जिससे घाव भरने में ज़्यादा समय लगता है और इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है.

अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण लगातार महसूस होता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और ब्लड शुगर की जांच करवाएं. शुरुआती पहचान से ही इस 'साइलेंट किलर' से लड़ा जा सकता है.

--Advertisement--