ITR फाइलिंग से पहले न करें ये बड़ी गलती! AIS और TIS डाउनलोड करना क्यों है आपके लिए 'संजीवनी बूटी', जानें सबकुछ
इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करने का सीजन आ गया है, और लाखों करदाता (Taxpayers) अपना रिटर्न भरने की तैयारी में जुट गए हैं। फॉर्म-16 आने के बाद, लोग अक्सर अपनी सैलरी और निवेश की जानकारी इकट्ठा करके जल्दी से जल्दी ITR फाइल कर देना चाहते हैं। लेकिन, रुकिए! इस जल्दबाजी में, क्या आप इनकम टैक्स विभाग के सबसे शक्तिशाली और महत्वपूर्ण टूल, AIS और TIS, को चेक करना तो नहीं भूल रहे?
अगर आप बिना इन दो फॉर्म्स को देखे अपना ITR फाइल कर देते हैं, तो आप अनजाने में आयकर विभाग को खुद अपने घर नोटिस भेजने का न्योता दे रहे हैं। जी हां, ITR फाइलिंग की दुनिया में अब ये दो फॉर्म्स 'गेम-चेंजर' बन चुके हैं। इन्हें समझे बिना और वेरिफाई किए बिना एक सही और सटीक रिटर्न भरना लगभग नामुमकिन है। तो चलिए, आज AIS और TIS के बारे में A से Z तक सब कुछ जानते हैं और समझते हैं कि ये आपके लिए 'संजीवनी बूटी' क्यों हैं।
आखिर क्या हैं ये AIS और TIS?
1. AIS - Annual Information Statement (वार्षिक सूचना विवरण)
यह आपके वित्तीय लेन-देन का एक विस्तृत 'कच्चा-चिट्ठा' है, जो आयकर विभाग के पास मौजूद है।
- क्या होता है इसमें?: आपके पैन कार्ड (PAN Card) से जुड़े लगभग हर एक वित्तीय लेनदेन का रिकॉर्ड इसमें होता है। इसमें शामिल हैं:
- आपकी सैलरी की आय।
- बैंकों के बचत खाते और फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) से मिला ब्याज।
- शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड की खरीद-बिक्री से हुआ लाभ-हानि।
- आपको मिला डिविडेंड और ब्याज।
- अगर आपने कोई प्रॉपर्टी बेची या खरीदी ਹੈ, तो उसकी जानकारी।
- आपके क्रेडिट कार्ड पर किए गए बड़े खर्च।
- TDS (टैक्स डिडक्टेड ऐट सोर्स) और TCS (टैक्स कलेक्टेड ऐट सोर्स) की पूरी जानकारी।
- मतलब: सीधे शब्दों में, आप वित्तीय रूप से क्या-क्या कर रहे हैं, सरकार को सब पता है, और AIS उसी का एक सबूत ਹੈ।
2. TIS - Taxpayer Information Summary (करदाता सूचना सारांश)
यह AIS का ही एक संक्षिप्त रूप (Summary) है।
- क्या होता है इसमें?: TIS आपके विभिन्न स्रोतों से हुई कुल आय का एक श्रेणी-वार सारांश (Category-wise Summary) दिखाता है। यह आपको एक नजर में यह बता देता ਹੈ कि इनकम टैक्स विभाग के अनुसार, आपकी कुल टैक्सेबल इनकम कितनी बन रही है।
क्यों है ITR भरने से पहले AIS/TIS देखना 'अनिवार्य'?
AIS और TIS डाउनलोड करना और उसे अपने वित्तीय रिकॉर्ड्स से मिलाना अब सिर्फ एक विकल्प नहीं, बल्कि एक 'अनिवार्यता' बन चुका है। इसके कई बड़े कारण हैं:
1. इनकम टैक्स नोटिस से बचाव:
यह सबसे बड़ा कारण है। आयकर विभाग आपके द्वारा फाइल किए गए ITR का मिलान आपके AIS में मौजूद डेटा से करता है।
- उदाहरण: मान लीजिए, आपके AIS में दिख रहा ਹੈ कि आपको FD से ₹20,000 का ब्याज मिला है, लेकिन आपने जल्दबाजी में ITR भरते समय सिर्फ ₹15,000 का ही ब्याज दिखाया। इस 'मिसमैच' (Mismatch) को सिस्टम तुरंत पकड़ लेगा और आपको आयकर विभाग से नोटिस आ जाएगा।
2. कोई भी आय छिपाना नामुमकिन:
पहले लोग अक्सर छोटे-मोटे ब्याज या अन्य आय को अपने ITR में दिखाना भूल जाते थे। लेकिन अब AIS के कारण आपकी कोई भी आय छिपी नहीं रह सकती। AIS आपको उन सभी आय स्रोतों की याद दिलाता है जिन्हें आप शायद भूल गए हों, जिससे आप एक सटीक रिटर्न भर सकते हैं।
3. TDS/TCS का सही मिलान:
AIS में आपके कटे हुए TDS और TCS की पूरी जानकारी होती है। आप इसका मिलान अपने फॉर्म-16, फॉर्म-16A और बैंक स्टेटमेंट्स से कर सकते हैं ताकि आपको पूरा टैक्स क्रेडिट मिल सके।
4. फीडबैक देने का विकल्प:
अगर आपको AIS में कोई ऐसी जानकारी दिखती है जो गलत है या आपसे संबंधित नहीं है (जैसे कोई डुप्लीकेट एंट्री), तो आप पोर्टल पर ही उस पर ऑनलाइन फीडबैक दे सकते हैं। इससे आप भविष्य में आने वाली किसी भी समस्या को पहले ही हल कर सकते हैं।
कैसे डाउनलोड करें अपना AIS और TIS? (Step-by-Step प्रोसेस)
आप इन आसान स्टेप्स को फॉलो करके कुछ ही मिनटों में अपना AIS और TIS डाउनलोड कर सकते हैं:
- इनकम टैक्स पोर्टल पर जाएं: सबसे पहले इनकम टैक्स के नए ई-फाइलिंग पोर्टल www.incometax.gov.in पर जाएं।
- लॉगिन करें: अपने PAN नंबर, पासवर्ड और कैप्चा कोड का उपयोग करके अपने अकाउंट में लॉगिन करें।
- AIS सेक्शन पर जाएं: लॉगिन करने के बाद, ऊपर दिए गए मेनू में 'Services' टैब पर जाएं और ड्रॉप-डाउन मेनू में से 'Annual Information Statement (AIS)' को चुनें।
- प्रोसीड करें: अब 'Proceed' बटन पर क्लिक करें। यह आपको एक नए AIS पोर्टल पर ले जाएगा।
- AIS और TIS देखें और डाउनलोड करें: नए पोर्टल पर, आपको AIS और TIS, दोनों को देखने और डाउनलोड करने का विकल्प मिलेगा। आप इसे PDF फॉर्मेट में डाउनलोड कर सकते हैं। PDF खोलने के लिए आपकापासवर्ड आपका PAN नंबर (छोटे अक्षरों में) और आपकी जन्मतिथि (DDMMYYYY) का कॉम्बिनेशन होगा। (उदाहरण: abcde1234a25121990)
अंतिम सलाह:
ITR फाइल करना अब सिर्फ फॉर्म भरने की प्रक्रिया नहीं, बल्कि अपने वित्तीय रिकॉर्ड्स को सरकार के रिकॉर्ड्स के साथ वेरिफाई करने की प्रक्रिया है। ITR भरने से पहले 15-20 मिनट का समय निकालकर अपने AIS/TIS को ध्यान से ज़रूर देखें। यह छोटा सा कदम आपको भविष्य की बड़ी परेशानियों और इनकम टैक्स के नोटिस से बचा सकता है।
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