दिल्ली ब्लास्ट केस: दिल्ली में लाल किला धमाका एक 'आतंकी हमला' था; केंद्र सरकार की कड़ी निंदा, लिया गया 'ये' बड़ा फैसला
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में सोमवार (10 नवंबर, 2025) को लाल किले के पास हुए भीषण कार बम विस्फोट के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नई दिल्ली में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की अहम बैठक की। इस बैठक में प्रधानमंत्री ने विस्फोट के लिए ज़िम्मेदार आतंकी सिंडिकेट को पूरी तरह से नष्ट करने का संकल्प लिया।
हमले की कड़ी निंदा
सीसीएस की बैठक के तुरंत बाद, केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक हुई। इस बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें दिल्ली विस्फोट को एक 'जघन्य आतंकवादी घटना' घोषित किया गया और हमले की कड़ी निंदा की गई। प्रधानमंत्री मोदी सहित पूरे मंत्रिमंडल ने हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखा।
आतंकवादियों और उनके नेताओं की तुरंत पहचान करने के निर्देश
प्रधानमंत्री आवास पर हुई कैबिनेट बैठक में लाल किला विस्फोट और आतंकवादियों की गिरफ्तारी पर विस्तार से चर्चा हुई। चूँकि यह आतंकवादी मॉड्यूल अंतरराज्यीय है, इसलिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और इस नेटवर्क से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी पर ज़ोर दिया गया।
सरकार द्वारा लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय और भूमिकाएँ
इस हमले के पीछे के आतंकवादियों और उनके नेताओं की जल्द से जल्द पहचान करने और उन्हें तुरंत न्याय के कटघरे में लाने के निर्देश दिए गए हैं। मोदी सरकार ने इस विस्फोट को एक 'जघन्य आतंकवादी घटना' करार दिया है और सभी प्रकार के आतंकवाद के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस की नीति बनाए रखने की अपनी अटूट प्रतिबद्धता व्यक्त की है। सरकार ने दिल्ली में हुए हमले को 'युद्ध कार्रवाई' करार दिया है।
कैबिनेट बैठक के बाद महत्वपूर्ण प्रस्ताव
मंत्रिमंडल ने अपने प्रस्ताव में, 10 नवंबर, 2025 की शाम को लाल किले के पास हुए कार विस्फोट में राष्ट्रविरोधी ताकतों द्वारा किए गए जघन्य आतंकवादी कृत्य की कड़ी निंदा की। विस्फोट में हुई जनहानि पर शोक व्यक्त करते हुए, शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की गई और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की गई। विपरीत परिस्थितियों में साहस का परिचय देने वाले अधिकारियों, सुरक्षा एजेंसियों और नागरिकों की समय पर और समन्वित प्रतिक्रिया की सराहना की गई।
जांच और प्रवर्तन
घटना की जाँच अत्यंत तत्परता और पेशेवर तरीके से करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि दोषियों और उनके नेताओं को बिना किसी देरी के न्याय के कटघरे में लाया जा सके। मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय सुरक्षा और प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
दिल्ली में यह शक्तिशाली विस्फोट कैसे हुआ?
सोमवार शाम 6:52 बजे देश की राजधानी दिल्ली में रोज़ाना की तरह हलचल मची हुई थी। उसी समय लाल किले के पास एक हुंडई i20 कार में एक ज़बरदस्त धमाका हुआ। धमाका इतना ज़बरदस्त था कि उसकी आवाज़ दूर-दूर तक सुनाई दी। इस जानलेवा धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई और 20 से ज़्यादा घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। अब इस धमाके के दोषियों की तलाश की जा रही है ताकि उन्हें उनके गुनाहों की सज़ा मिल सके।
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