December Vrat Tyohar 2025 List:  साल के आखिरी महीने में व्रतों की झड़ी, इस बार एक महीने में तीन एकादशियां

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December Vrat Tyohar 2025 List: अंग्रेजी कैलेंडर का आखिरी पन्ना पलटने का समय आ गया है। कल, यानी सोमवार से साल 2025 का आखिरी महीना दिसंबर शुरू हो जाएगा। ठंड की दस्तक के साथ-साथ यह महीना अपने साथ ढेर सारे व्रत और त्योहार लेकर आ रहा है। धार्मिक नजरिए से देखा जाए तो इस बार का दिसंबर बहुत ही खास होने वाला है।

आमतौर पर हर महीने में दो एकादशियां आती हैं—एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में। लेकिन इस बार दिसंबर में एक अद्भुत संयोग बन रहा है। इस महीने में दो नहीं, बल्कि तीन एकादशियां पड़ रही हैं। शुरुआत मोक्षदा एकादशी से होगी, बीच में सफला एकादशी आएगी और साल का अंत 31 दिसंबर को बैकुंठ एकादशी (पुत्रदा एकादशी के साथ) से होगा।

इसके अलावा, सिखों के 10वें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती और क्रिसमस जैसे बड़े पर्व भी इसी महीने मनाए जाएंगे। तो चलिए, बिना देर किये अपनी डायरी में मार्क कर लें ये जरूरी तारीखें।

महीने के पहले हफ्ते में ही बड़े त्योहार

दिसंबर की शुरुआत ही भगवान कृष्ण और शिव की भक्ति के साथ हो रही है।

  • 01 दिसंबर (सोमवार): महीने का पहला ही दिन मोक्षदा एकादशी है। इसी दिन भगवान कृष्ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था, इसलिए गीता जयंती भी इसी दिन मनाई जाएगी।
  • 02 दिसंबर (मंगलवार): भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भौम प्रदोष व्रत रखा जाएगा।
  • 04 दिसंबर (गुरुवार): इस दिन तीन खास संयोग हैं— अन्नपूर्णा जयंती, दत्तात्रेय जयंती और मार्गशीर्ष पूर्णिमा। इसी दिन से मार्गशीर्ष महीना समाप्त हो जाएगा।

पौष महीना और खरमास की शुरुआत
5 दिसंबर से हिंदू कैलेंडर का 'पौष' महीना शुरू हो जाएगा।

  • 07 दिसंबर (रविवार): भगवान गणेश की पूजा के लिए संकष्टी चतुर्थी का व्रत।
  • 16 दिसंबर (मंगलवार): यह दिन ज्योतिष के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है। इस दिन सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे, जिसे 'धनु संक्रांति' कहते हैं। इसी के साथ खरमास शुरू हो जाएगा और मांगलिक कार्य (जैसे शादियां) एक महीने के लिए रुक जाएंगे।

महीने का दूसरा पखवाड़ा और साल का अंत

  • 15 दिसंबर (सोमवार): सफला एकादशी का व्रत।
  • 25 दिसंबर (गुरुवार): पूरी दुनिया में क्रिसमस का जश्न मनाया जाएगा।
  • 27 दिसंबर (शनिवार): सिखों के 10वें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती धूमधाम से मनाई जाएगी।
  • 30-31 दिसंबर: साल का अंत बहुत ही शुभ रहने वाला है। 30 दिसंबर को पौष पुत्रदा एकादशी है और 31 दिसंबर को बैकुंठ एकादशी के शुभ योग के साथ हम साल 2025 को अलविदा कहेंगे।

तो आप भी अपनी पूजा-पाठ और छुट्टियों की प्लानिंग इसी कैलेंडर के हिसाब से कर सकते हैं।

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