Cyber Crime Investigation : रैपिडो ड्राइवर के बहाने ED ने खोला बहुत बड़ा शादी वाला स्कैम

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News India Live, Digital Desk : हम और आप अक्सर सपनो में सोचते हैं कि काश सुबह सोकर उठें और मोबाइल पर बैंक का मैसेज आए कि आपके खाते में करोड़ों रुपये जमा हो गए हैं। सुनने में यह किसी परीकथा जैसा लगता है, लेकिन दिल्ली-NCR में एक रैपिडो (Rapido) बाइक चलाने वाले ड्राइवर के साथ यह हकीकत में हो गया।

फर्क सिर्फ इतना है कि इस पैसे ने उसकी ज़िंदगी संवारने की बजाय, उसकी नींद हराम कर दी। उसके खाते में एक-दो लाख नहीं, बल्कि पूरे 331 करोड़ रुपये (जी हाँ, सही पढ़ा आपने!) का लेन-देन पकड़ा गया है।

मामला तब और पेचीदा हो गया जब इस पैसे की भनक प्रवर्तन निदेशालय (ED) को लगी और जांच के तार एक हाई-प्रोफाइल 'डेस्टिनेशन वेडिंग' (Destination Wedding) से जुड़ गए। आइये आसान भाषा में समझते हैं कि यह पूरा माजरा क्या है।

ड्राइवर को पता ही नहीं, वो करोड़पति है!

यह मामला तब सामने आया जब ED की टीम साइबर ठगी और मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के एक बड़े नेटवर्क की जांच कर रही थी। जांच की सुई घूमते-घूमते एक साधारण से रैपिडो ड्राइवर पर आ रुकी।

वो बेचारा रोज की तरह अपनी बाइक चलाकर 500-700 रुपये कमाता था, लेकिन उसके बैंक खाते (यानी वो खाता जो शायद किराए पर लिया गया था) में करोड़ों का खेल चल रहा था। दरअसल, अपराधी गरीब लोगों को थोड़े से पैसों का लालच देकर उनके बैंक खाते 'किराये' पर ले लेते हैं, जिसे "Mule Account" कहा जाता है।

पैसा आया कहाँ से? कनेक्शन 'डेस्टिनेशन वेडिंग' का

जब ED ने कड़ियाँ जोड़ीं, तो पता चला कि यह पैसा सट्टेबाजी, साइबर ठगी और हवाला का हो सकता है। सबसे दिलचस्प मोड़ तब आया जब जांच में पता चला कि इन पैसों का इस्तेमाल एक भव्य शादी (Destination Wedding) के खर्च को उठाने के लिए किया जा रहा था या किया जाना था।

हैरानी की बात यह है कि उत्तराखंड के एक मशहूर होटल में करोड़ों का बिल पेमेंट इन्ही संदिग्ध खातों से हुआ। जिस तरह महादेव ऐप (Mahadev App) मामले में शादी पर पानी की तरह पैसा बहाया गया था, कुछ वैसा ही पैटर्न यहाँ भी देखने को मिल रहा है। ड्राइवर तो सिर्फ एक मोहरा था, असली खिलाड़ी पर्दे के पीछे बैठे थे।

आपके लिए खतरे की घंटी (A Lesson for All)

दोस्तों, यह खबर हम सबके लिए एक बहुत बड़ी चेतावनी है।
अक्सर ठग या दलाल हमारे पास आते हैं और कहते हैं, "भाई, अपना बैंक खाता इस्तेमाल करने दे, तुझे हर महीने 5-10 हजार कमीशन मिलेगा।"
पैसे की तंगी में लोग हां कर देते हैं। लेकिन याद रखिए, उस खाते से अगर कोई गैर-कानूनी ट्रांजेक्शन हुआ, आतंकवादी गतिविधि का पैसा आया या ठगी की रकम आयी तो पुलिस सबसे पहले खाता धारक (Account Holder) यानी आपको पकड़ेगी।

वो रैपिडो ड्राइवर शायद आज अपनी उस एक गलती पर पछता रहा होगा। ED अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस 331 करोड़ के खेल का असली मास्टरमाइंड कौन है।

इसलिए सतर्क रहें। अपना बैंक अकाउंट, ओटीपी या पासबुक किसी अनजान के हवाले न करें, चाहे वो कितना भी पैसा क्यों न ऑफर करे।

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