कनाडा का खुफिया प्लान लीक, क्या जानबूझकर रिजेक्ट और कैंसिल हो रहे हैं भारतीयों के वीजा?

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News India Live, Digital Desk : क्या कनाडा जाने का सपना देख रहे लाखों भारतीयों के लिए बुरी खबर है? क्या कनाडा सरकार जानबूझकर भारतीय आवेदकों के वीजा खारिज कर रही है? ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि कनाडा सरकार का एक आंतरिक 'खुफिया' प्लान सामने आया है, जिसमें भारतीय वीजा आवेदनों के बैकलॉग को कम करने के लिए एक आक्रामक रणनीति का खुलासा हुआ है। इस प्लान के तहत हजारों वीजा आवेदनों को सीधे-सीधे खारिज (Reject) या रद्द (Cancel) करने की बात कही गई है।

क्या है कनाडा का यह 'वीजा कैंसलेशन प्लान'?

कनाडा के एक मीडिया संस्थान द्वारा सूचना के अधिकार (Freedom of Information) के तहत प्राप्त किए गए आंतरिक सरकारी दस्तावेजों से यह चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। इन दस्तावेजों के अनुसार, कनाडा का आप्रवासन, शरणार्थी और नागरिकता विभाग (IRCC) भारत से आए आवेदनों के भारी ढेर से निपटने के लिए एक नई रणनीति पर काम कर रहा है। इस रणनीति के दो मुख्य हिस्से हैं:

  1. 'निष्क्रिय' (Inactive) आवेदनों को रद्द करना: इसके तहत उन आवेदनों को सीधे रद्द कर दिया जाएगा, जिनमें आवेदकों ने IRCC द्वारा मांगी गई अतिरिक्त जानकारी या दस्तावेजों का समय पर जवाब नहीं दिया है।
  2. 'कम गुणवत्ता' वाले आवेदनों को खारिज करना: अगर किसी आवेदन में कोई भी कमी पाई जाती है या दस्तावेज अधूरे हैं, तो उसे 'कम गुणवत्ता' का मानकर सीधे खारिज कर दिया जाएगा। पहले ऐसे मामलों में अधिकारियों द्वारा अतिरिक्त जानकारी मांगने की गुंजाइश होती थी, जिसे अब खत्म किया जा रहा है।

क्यों अपना रहा है कनाडा यह तरीका?

कनाडा सरकार का कहना है कि भारत से आने वाले आवेदनों की संख्या बहुत ज्यादा है, जिससे सिस्टम पर भारी बोझ पड़ गया है और बैकलॉग बढ़ता जा रहा है। इस "सफाई अभियान" का मकसद इसी बैकलॉग को तेजी से खत्म करना है। दस्तावेजों में बाकायदा लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं कि कितनी संख्या में आवेदनों को रद्द और खारिज करना है।

क्या यह भारतीयों के साथ अन्याय है?

इस खुलासे के बाद कनाडा के कई इमिग्रेशन वकीलों और सलाहकारों ने सरकार की इस योजना की कड़ी आलोचना की है। उनका कहना है कि यह योजना उन हजारों ईमानदार आवेदकों के साथ अन्याय है जो सालों से अपने आवेदन पर फैसले का इंतजार कर रहे हैं। कई बार सरकारी प्रक्रिया में देरी के कारण ही आवेदक समय पर जवाब नहीं दे पाते हैं, और अब उन्हें इसकी सजा दी जा रही है।

भारत और कनाडा के बीच चल रहे तनावपूर्ण रिश्तों के बीच इस खबर ने आग में घी डालने का काम किया है। हालांकि यह योजना सीधे तौर पर दोनों देशों के खराब रिश्तों से नहीं जुड़ी है, लेकिन इस माहौल में इसे भारतीयों को निशाना बनाने की एक कोशिश के तौर पर भी देखा जा रहा है।

कुल मिलाकर, इस खुलासे ने कनाडा जाने का सपना देख रहे हजारों भारतीयों के मन में एक नई चिंता और अनिश्चितता पैदा कर दी है। अब वीजा के लिए आवेदन करते समय और भी ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत होगी।

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