इस दशहरा जलाएं मन का अहंकार! नोट कर लें रावण दहन का सही समय और पूजा का शुभ मुहूर्त
नवरात्रि के नौ दिनों की भक्ति और शक्ति की साधना के बाद, अब वो दिन आ गया है जिसका हम सभी को इंतजार था - दशहरा, यानी विजयदशमी! यह सिर्फ रावण का पुतला जलाने का त्योहार नहीं, बल्कि अपने अंदर बैठे अहंकार, क्रोध, और असत्य के रावण को हमेशा के लिए खत्म करने का दिन है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि चाहे बुराई कितनी भी ताकतवर क्यों न हो, अंत में जीत हमेशा अच्छाई और सच्चाई की ही होती है।
अगर आप भी इस पावन दिन पर शस्त्र पूजा करना चाहते हैं और रावण दहन का शुभ मुहूर्त जानना चाहते हैं, तो कन्फ्यूजन से बचने के लिए अभी से इसकी सही तारीख और समय नोट कर लीजिए।
दशहरा 2025 की तारीख और शुभ मुहूर्त
- दशहरा की तारीख: इस साल विजयदशमी का पर्व 24 अक्टूबर 2025, शुक्रवार को मनाया जाएगा।
(दशमी तिथि 23 अक्टूबर की दोपहर से शुरू होकर 24 अक्टूबर की शाम तक रहेगी।) - पूजा का शुभ मुहूर्त (विजय मुहूर्त):
दशहरे के दिन शस्त्र पूजा (अपने वाहन, औजारों और पुस्तकों की पूजा) करने का विशेष महत्व है। इस पूजा के लिए सबसे शुभ ‘विजय मुहूर्त’ दोपहर 01:57 से लेकर दोपहर 02:42 तक रहेगा। - रावण दहन का सही समय:
शास्त्रों के अनुसार, रावण दहन हमेशा सूर्यास्त के बाद, प्रदोष काल में किया जाना सबसे शुभ माना जाता है। अपने शहर के सूर्यास्त के समय के अनुसार, शाम को जब अंधेरा छाने लगे, तब रावण दहन करना उत्तम होता है।
क्यों मनाते हैं यह पर्व?
यह दिन दो महान विजयों का प्रतीक है:
- भगवान श्री राम की रावण पर विजय: इसी दिन भगवान राम ने लंका के राजा, अहंकारी रावण का वध करके माता सीता को मुक्त कराया था।
- माँ दुर्गा की महिषासुर पर विजय: नवरात्रि के नौ दिनों के युद्ध के बाद, इसी दिन माँ दुर्गा ने महिषासुर नामक राक्षस का संहार किया था।
तो आइए, इस विजयदशमी पर हम सिर्फ बाहर के रावण को ही नहीं, बल्कि अपने मन के भीतर छिपी हर बुराई को जलाने का संकल्प लें। आपको और आपके पूरे परिवार को विजयदशमी की हार्दिक शुभकामनाएं!
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