Bribery case Exposed : 70 हजार की सैलरी वाला ओडिशा का वन अधिकारी मिला करोड़ों का गुप्त खजाना

Post

News India Live, Digital Desk: ओडिशा में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही कार्रवाई में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। एक वन अधिकारी, रामचंद्र नेपाक, जिनकी मासिक आय मात्र ₹70,000 बताई जाती है, के पास से आय के ज्ञात स्रोतों से कई गुना अधिक अघोषित संपत्ति बरामद हुई है। इस घटना ने एक बार फिर सरकारी तंत्र में फैले भ्रष्टाचार की जड़ों को उजागर कर दिया है।

राज्य सतर्कता निदेशालय द्वारा चलाए गए एक ऑपरेशन के दौरान, रामचंद्र नेपाक के ठिकानों पर छापेमारी की गई। इस छापेमारी के दौरान, अधिकारी के पास मौजूद एक 'गुप्त कमरे' से बड़ी मात्रा में नकदी, सोने-चाँदी के आभूषण और अन्य कीमती सामान बरामद हुए, जिनकी कीमत करोड़ों रुपये में आंकी जा रही है। अधिकारी की यह disproportionate assets अनुपयुक्त संपत्ति उनके सार्वजनिक सेवा के वेतन के बिल्कुल विपरीत है।

बरामद की गई वस्तुओं में न केवल लाखों रुपये की नकदी शामिल है, बल्कि भारी मात्रा में सोना और चाँदी के सिक्के, बार और आभूषण भी पाए गए हैं। इसके अलावा, सतर्कता विभाग को नेपाक के नाम पर कई बैंक खाते, भूखंड, अपार्टमेंट और महंगी गाड़ियाँ भी मिली हैं, जिनकी कुल संपत्ति उनकी घोषित आय से कहीं अधिक है।

यह मामला ऐसे समय में सामने आया है जब सरकारें भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई का दावा कर रही हैं। वन विभाग में तैनात होने के कारण, अधिकारी कथित तौर पर अपने पद का दुरुपयोग कर रहे थे, जिसके लिए उन्हें नियमित रूप से रिश्वत या अनुचित लाभ प्राप्त होते रहे होंगे। अब इस मामले की गहन जाँच की जा रही है कि आखिर इतने बड़े पैमाने पर संपत्ति कैसे और किन तरीकों से जुटाई गई। यह घटना एक कड़ा संदेश देती है कि सरकारी पदों पर बैठकर काले धन की कमाई करने वाले किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।

--Advertisement--