Bjp Vs Congress : जब अपने ही खास को नहीं संभाल पाए राहुल और अल्लारू विवाद पर बिहार से दागे गए तीखे सवाल

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News India Live, Digital Desk : राजनीति में एक पुरानी कहावत है जब घर का झगड़ा सड़क पर आ जाता है, तो पड़ोसियों को बोलने का मौका मिल ही जाता है।" कुछ ऐसा ही इन दिनों देश की सबसे पुरानी पार्टी यानी कांग्रेस (Congress) के साथ हो रहा है। कांग्रेस के अंदरखाने मचे घमासान पर अब बीजेपी के फायरब्रांड नेता और बिहार से सांसद संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) ने ऐसा तंज कसा है, जो कांग्रेस को चुभना तय है।

मामला राहुल गांधी के बेहद करीबी माने जाने वाले नेताओं के बीच की आपसी खींचतान का है।

आखिर मुद्दा क्या है?
दरअसल, ख़बरें आ रही हैं कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टीम में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। केबी बाइजू (K.B. Byju), जिन्हें लोग प्यार से 'अल्लारू' (Allavaru) के नाम से भी जानते हैं, जो राहुल के बेहद विश्वस्त माने जाते थे, उनके इस्तीफे या साइडलाइन होने की खबरों ने तूल पकड़ लिया है। बस, इसी बात को लपकते हुए संजय जायसवाल ने राहुल गांधी पर सीधा हमला बोल दिया।

"मोहब्बत की दुकान में नफरत का सामान?"
संजय जायसवाल ने बड़े तीखे अंदाज में कहा कि जो राहुल गांधी देशभर में "संविधान बचाने" और "दलितों-पिछड़ों के हक़" की बात करते घूमते हैं, उनकी अपनी ही नाक के नीचे एक दलित नेता (अल्लारू) के साथ क्या हुआ, यह दुनिया देख रही है।

जायसवाल का कहना है कि कांग्रेस में दलित और पिछड़े समाज के नेताओं का इस्तेमाल सिर्फ "वोट बैंक" या दिखावे के लिए होता है। जब काम निकल जाता है, तो उन्हें दूध में से मक्खी की तरह निकाल फेंक दिया जाता है।

"असली पॉवर तो किसी और के पास है"
बीजेपी सांसद ने यह भी तंज कसा कि कांग्रेस में कोई कितना भी काबिल क्यों न हो, चलती सिर्फ 'दरबारियों' की ही है। उन्होंने इशारा किया कि कैसे जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं और नेताओं की अनदेखी करके कुछ खास 'लॉबी' को प्रमोट किया जाता है।

सियासी गलियारों में चर्चा
अब इस बयान के कई मतलब निकाले जा रहे हैं। एक तरफ जहाँ कांग्रेस इसे बीजेपी की "बांटने वाली राजनीति" बता रही है, वहीं दूसरी तरफ दबी जुबान में कांग्रेस के अंदर भी लोग मान रहे हैं कि शीर्ष नेतृत्व (High Command) के आस-पास का घेरा पार्टी को नुकसान पहुंचा रहा है।

फिलहाल, अल्लारू विवाद ने बीजेपी को बैठे-बिठाए राहुल गांधी पर हमला करने का एक और मौका दे दिया है। अब देखना होगा कि कांग्रेस इसका जवाब कैसे देती है।

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