Bihar Education News : त्योहारों से पहले 40 हजार शिक्षकों की खुशी गायब ,जानिए क्यों खाते में नहीं आई अगस्त की सैलरी

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News India Live, Digital Desk: बिहार में त्योहारों का मौसम दस्तक दे रहा है, लेकिन राज्य के लगभग 40,000 नवनियुक्त शिक्षकों के लिए यह खुशी थोड़ी फीकी पड़ गई है। जहां बाकी सरकारी कर्मचारियों के खाते में 1 सितंबर को ही अगस्त महीने की सैलरी आ गई, वहीं इन शिक्षकों के बैंक खाते अभी भी खाली हैं। BPSC (बिहार लोक सेवा आयोग) द्वारा भर्ती हुए इन शिक्षकों की सैलरी क्यों अटकी? इस सवाल ने पटना से लेकर गांवों तक हड़कंप मचा दिया है।

क्यों रुकी है सैलरी? वजह जानकर चौंक जाएंगे

जब इस मामले की पड़ताल की गई, तो इसके पीछे कोई बड़ा बजट का संकट नहीं, बल्कि एक प्रशासनिक लापरवाही सामने आई है। इन 40,000 शिक्षकों की सैलरी सिर्फ इसलिए रुकी हुई है, क्योंकि उनकी सर्विस बुक (सेवापुस्तिका) को अब तक अपडेट ही नहीं किया गया है।

सर्विस बुक किसी भी सरकारी कर्मचारी के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है, जिसमें उसकी नौकरी से जुड़ी सारी जानकारी दर्ज होती है। इसके अपडेट हुए बिना, वेतन जारी करने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाती है।

शिक्षा विभाग के 'बॉस' KK पाठक का चढ़ा पारा, DEOs को मिला अल्टीमेटम

मामले की गंभीरता को देखते हुए, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने एक बहुत ही सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने राज्य के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों (DEOs) को एक कड़ा पत्र लिखकर इस पर गहरी नाराजगी जताई है।

सूत्रों के मुताबिक, केके पाठक ने अपने पत्र में इसे "बहुत ही खेद का विषय" और एक "गंभीर मामला" बताया है। उन्होंने सभी DEOs को 20 सितंबर तक का अल्टीमेटम दिया है।

पत्र में दी गई है सीधी चेतावनी:

  • अगर इस तारीख तक काम पूरा नहीं होता है, तो संबंधित जिले के DEO और स्थापना शाखा के कर्मचारियों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

विभाग का यह सख्त रवैया दिखाता है कि वह इस मामले को लेकर कितना गंभीर है, खासकर तब जब पहले भी इस काम को पूरा करने के निर्देश दिए जा चुके थे, लेकिन अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।

अब उम्मीद यही है कि इस अल्टीमेटम के बाद जिला स्तर पर अधिकारी तेजी से काम करेंगे और इन हजारों शिक्षकों को त्योहारों से पहले उनकी मेहनत की कमाई मिल सकेगी।

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