Ayurveda's amazing gem Choti Harad : सेहत का महानायक, जो पाचन से लेकर खूबसूरती तक देता है बेशुमार फायदे

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News India Live, Digital Desk: Ayurveda's amazing gem Choti Harad : आयुर्वेद में ऐसे कई अनमोल रत्नों का जिक्र मिलता है, जो हमारी सेहत के लिए वरदान साबित होते हैं। इन्हीं में से एक है 'छोटी हरड़' या हरीतकी, जिसे इसके औषधीय गुणों के कारण 'औषधियों का राजा' तक कहा जाता है। यह वही शक्तिशाली घटक है जो त्रिफला (बहेड़ा और आंवला के साथ) का एक अहम हिस्सा भी है, और अपने आप में संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए एक चमत्कार से कम नहीं।

अगर बात करें पेट संबंधी समस्याओं की, तो छोटी हरड़ यहाँ अपना कमाल दिखाती है। यह उन लोगों के लिए रामबाण है जो कब्ज, अपच, एसिडिटी या गैस जैसी दिक्कतों से जूझ रहे हैं। यह सिर्फ पेट को साफ ही नहीं करती, बल्कि आंतों को गहराई से साफ कर शरीर को भीतर से डिटॉक्स करने का काम भी करती है। हरीतकी आपके पाचन को दुरुस्त कर मेटाबॉलिज्म को गति देती है, जिससे आपका शरीर भोजन से पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से अवशोषित कर पाता है और अनावश्यक टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं। नियमित सेवन से पेट हल्का और स्वच्छ महसूस होता है।

सिर्फ आंतरिक स्वास्थ्य ही नहीं, छोटी हरड़ आपकी बाहरी खूबसूरती का भी ख्याल रखती है। अपने डिटॉक्सिफिकेशन गुणों के कारण यह आपकी त्वचा को बेदाग और चमकदार बनाने में मदद करती है, साथ ही त्वचा संबंधी समस्याओं से भी छुटकारा दिला सकती है। बालों के लिए भी यह बेहद फायदेमंद है; यह उन्हें मजबूत बनाती है, बाल झड़ने से रोकती है, और बालों के विकास में भी सहायक सिद्ध होती है। यहाँ तक कि आयुर्वेद के प्राचीन ग्रंथों में इसे नेत्रों की ज्योति बढ़ाने वाला भी बताया गया है, और 'नेत्र कल्प' जैसी प्रक्रियाओं में इसका उपयोग होता रहा है।

शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को बढ़ाने में भी छोटी हरड़ का जवाब नहीं। यह आपके शरीर को संक्रमणों से लड़ने की ताकत देती है, जिससे आप जल्दी बीमार नहीं पड़ते। अगर आप अपना वजन नियंत्रित करना चाहते हैं, तो भी यह जड़ी-बूटी मददगार हो सकती है, क्योंकि यह आपके मेटाबॉलिज्म को बेहतर करके अनावश्यक वजन बढ़ने से रोकने में सहायक है। सर्दियों में होने वाली खांसी, जुकाम और गले की खराश जैसी श्वसन संबंधी समस्याओं में भी यह अद्भुत लाभ देती है।

छोटी हरड़ को कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है। आप इसे रात को गर्म पानी के साथ साबुत या चूर्ण के रूप में ले सकते हैं, जिससे पेट की दिक्कतें दूर होती हैं। इसका चूर्ण गुड़ या शहद के साथ लेने से भी कई लाभ मिलते हैं। संक्षेप में कहें तो, छोटी हरड़ एक ऐसा प्राचीन उपाय है जो पाचन, त्वचा, बाल, आंखें और समग्र स्वास्थ्य को एक साथ लाभ पहुंचाता है, और आधुनिक जीवनशैली में भी अपनी प्रासंगिकता बरकरार रखता है।

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