गौतम गंभीर के लिए खतरे की घंटी? अगर घर में साउथ अफ्रीका से नहीं जीत सकते, तो वर्ल्ड कप का सपना देखना छोड़ दीजिये

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News India Live, Digital Desk : भारतीय क्रिकेट इतिहास में कुछ ऐसे दिन आते हैं जिन्हें हम कभी याद नहीं रखना चाहते, और आज का दिन शायद उन्हीं में से एक है। न्यूजीलैंड के बाद अब साउथ अफ्रीका (South Africa) ने भी टीम इंडिया को उसी के घर में, उसी की पिचों पर धूल चटा दी है।

जी हाँ, यह वो भारतीय टीम है जिसे घर में हराना किसी भी विदेशी टीम के लिए "लोहे के चने चबाने" जैसा होता था। लेकिन अब लग रहा है कि हमारा वो किला ढह चुका है। और इसका सबसे बड़ा जिम्मेदार फैंस किसे मान रहे हैं? हमारे हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) को।

इस करारी हार के बाद सोशल मीडिया से लेकर टीवी स्टूडियो तक बस एक ही शोर है"गंभीर को कोचिंग से हटाओ।"

आखिर फैंस को इतना गुस्सा क्यों आ रहा है?

देखिए, हार-जीत खेल का हिस्सा है, यह हम सब मानते हैं। लेकिन जिस तरह से टीम इंडिया खेल रही है, वो हजम नहीं हो रहा। साउथ अफ्रीका ने भारत को क्लीन स्वीप (या करारी शिकस्त) दी है, और वो भी ऐसी कंडीशन में जहाँ हमारे स्पिनर्स का राज होना चाहिए था।

लोगों का गुस्सा इसलिए फूटा है क्योंकि गौतम गंभीर जब कोच बने थे, तो उनसे बहुत उम्मीदें थीं। उनकी आक्रामकता और "नेवर गिव अप" वाले एटीट्यूड की कसमें खाई जाती थीं। लेकिन नतीजे बिल्कुल उल्टे आ रहे हैं।

एक यूजर ने सोशल मीडिया पर तीखा तंज कसते हुए लिखा, "अगर आप अपने घर में साउथ अफ्रीका जैसी टीम को नहीं हरा पा रहे हैं, तो 2027 वर्ल्ड कप (2027 World Cup) जीतने का सपना देखना छोड़ दीजिये। उस सपने को भूल जाइये।"

क्या खतरे में है गंभीर की कुर्सी?

इस हार ने गंभीर की रणनीतियों पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं:

  • पिच को लेकर कंफ्यूजन: क्या हमें पता ही नहीं है कि कैसी पिच बनवानी है? कभी टर्निंग ट्रैक तो कभी बैटिंग फ्रेंडली, इसी चक्कर में हम फंस रहे हैं।
  • सीनियर खिलाड़ियों का फॉर्म: रोहित और विराट जैसे दिग्गजों का बल्ला खामोश है और नए लड़के दबाव नहीं झेल पा रहे।
  • "किचन" में बदलाव: फैंस कह रहे हैं कि गंभीर टीम के माहौल (Dressing Room Atmosphere) को संभाल नहीं पा रहे हैं, जैसा कि रवि शास्त्री या राहुल द्रविड़ के समय था।

पूर्व क्रिकेटर्स और एनालिस्ट भी अब दबी जुबान में कह रहे हैं कि अगर हालात जल्द नहीं सुधरे, तो BCCI को कड़ा फैसला लेना पड़ सकता है। टेस्ट क्रिकेट में बैक-टू-बैक होम सीरीज हारना कोई छोटी बात नहीं है।

गंभीर का क्या कहना है?

हालाँकि, गौतम गंभीर ने इस आलोचना का जवाब अपने अंदाज में दिया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब उनसे इस्तीफे या दबाव के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने याद दिलाया कि "मैं वही कोच हूँ जिसके अंडर हमने अभी कुछ बड़े टूर्नामेंट्स (जैसे चैम्पियंस ट्रॉफी या एशिया कप - जैसा कि खबरों में चर्चा है) में अच्छा प्रदर्शन किया है।"

लेकिन पब्लिक की याददाश्त कमजोर होती है साहब! क्रिकेट में आप अपने "आखिरी मैच" से जाने जाते हैं, और पिछला मैच एक डरावने सपने जैसा था।

अब सवाल यह है कि क्या बीसीसीआई उन्हें वर्ल्ड कप 2027 तक का लम्बा समय देगी, या फिर जल्द ही कोई नया फरमान आएगा? जो भी हो, फ़िलहाल टीम इंडिया के फैंस का मूड बहुत खराब है।

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