Airport Hack : जब एयरपोर्ट की स्क्रीन पर दिखने लगे फिलिस्तीन के नारे, यात्रियों के उड़े होश

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News India Live, Digital Desk: Airport Hack : कल्पना कीजिए कि आप एयरपोर्ट पर अपनी फ्लाइट का इंतज़ार कर रहे हैं. आप बोर्डिंग गेट और समय देखने के लिए स्क्रीन की तरफ देखते हैं, और वहां फ्लाइट की जानकारी की जगह लिखा होता है, "Free Palestine" और "अल-कुद्स (यरूशलेम) फिलिस्तीन की राजधानी है." जी हां, यह कोई फिल्म का सीन नहीं, बल्कि कनाडा और अमेरिका के कई एयरपोर्ट्स पर हुई एक असली घटना है, जिसने सबको हैरान कर दिया.

इज़रायल और हमास के बीच चल रहे तनाव का असर अब एक नए और अप्रत्याशित मोर्चे पर भी दिखने लगा है. हमास-समर्थक हैकरों के एक ग्रुप ने एक साइबर हमले में एयरपोर्ट्स की फ्लाइट की जानकारी देने वाली स्क्रीनों को ही हैक कर लिया.

साइबर हमला या एक नया 'प्रोटेस्ट'?

यह घटना यात्रियों के बीच भ्रम और अफरा-तफरी फैलाने के साथ-साथ यह भी दिखाती है कि कैसे साइबर अपराधी अब अपनी बात कहने के लिए आम जनता से जुड़े सिस्टम को निशाना बना रहे हैं. हैकरों ने फ्लाइट के समय और गेट नंबर की जगह, अपने राजनीतिक और धार्मिक संदेशों को चलाना शुरू कर दिया.

इस हमले के पीछे खुद को "एनोनिमस सौडिया (Anonymous Saoudia)" बताने वाले एक हैकर ग्रुप ने ज़िम्मेदारी ली है. यह हमला दिखाता है कि युद्ध अब सिर्फ़ ज़मीन पर नहीं, बल्कि डिजिटल दुनिया में भी लड़ा जा रहा है, और इसका असर दुनिया के किसी भी कोने में बैठे आम आदमी पर पड़ सकता है.

क्या यात्रियों की सुरक्षा को था खतरा?

एयरपोर्ट अधिकारियों ने तुरंत इस मामले पर कार्रवाई की और सिस्टम को ठीक करने में जुट गए. उन्होंने यह साफ़ किया कि इस हैकिंग से एयरपोर्ट के मुख्य ऑपरेशन्स या फ्लाइट की सुरक्षा पर कोई असर नहीं पड़ा. हैकरों ने सिर्फ़ उस सिस्टम को निशाना बनाया था, जो यात्रियों को जानकारी दिखाता है.

हालांकि, इस घटना ने एक बड़ा सवाल ज़रूर खड़ा कर दिया है: अगर हैकर्स फ्लाइट की जानकारी देने वाली स्क्रीन तक पहुंच सकते हैं, तो क्या वे एयरपोर्ट के दूसरे ज़रूरी और संवेदनशील सिस्टम्स में भी सेंध नहीं लगा सकते? यह घटना दुनिया भर के एयरपोर्ट्स के लिए एक बड़ी चेतावनी है कि वे अपने साइबर सुरक्षा सिस्टम को और भी मज़बूत करें.

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