8th Pay Commission : आपकी सैलरी में आएगा इतना बड़ा उछाल! जानिए 'जीरो डीए' का पूरा गणित

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देशभर के लाखों केंद्रीय कर्मचारियों के लिए एक बहुत बड़ी और अच्छी खबर है. सरकार हर 10 साल में एक नया वेतन आयोग बनाती है, और अब 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) की तैयारी शुरू हो गई है. जैसे ही यह लागू होगा, सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में एक बंपर उछाल देखने को मिलेगा.

लेकिन लोगों के मन में कई सवाल हैं - यह कब लागू होगा? सैलरी कितनी बढ़ेगी? और यह 'डीए जीरो' होने का क्या मतलब है? आइए, इन सभी सवालों के जवाब आसान भाषा में समझते हैं.

सबसे बड़ा सवाल: कब से लागू होगा?

उम्मीद है कि सरकार जल्द ही 8वें वेतन आयोग के लिए एक पैनल का गठन करेगी. इस पैनल को अपनी सिफारिशें देने में लगभग 18 महीने लग सकते हैं. सबसे अच्छी बात यह है कि इसे 1 जनवरी 2026 से ही लागू किया जाएगा. इसका मतलब, अगर इसे लागू करने में थोड़ी देर भी होती है, तो भी आपको 1 जनवरी 2026 से पूरा एरियर (बकाया पैसा) मिलेगा.

क्या है 'जीरो डीए' का राज? क्या यह नुकसान है?

नहीं, यह नुकसान नहीं बल्कि आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी है! 'डीए जीरो' होने की बात सुनकर कई कर्मचारी कन्फ्यूज हो जाते हैं, लेकिन इसका गणित बहुत आसान और फायदेमंद है. इसे दो स्टेप्स में समझिए:

पहला कदम: डीए और बेसिक सैलरी का विलय (Merger)

  • जब 8वां वेतन आयोग लागू होगा (यानी 1 जनवरी 2026 को), तब तक आपका महंगाई भत्ता (DA) लगभग 60-61% तक पहुंच चुका होगा.
  • नियम के तहत, इस पूरे डीए को आपकी मौजूदा बेसिक सैलरी में जोड़ दिया जाएगा.
  • उदाहरण: मान लीजिए, अभी आपकी बेसिक सैलरी ₹50,000 है. 2026 तक इस पर 60% डीए (यानी ₹30,000) मिल रहा है. जब नया वेतन आयोग लागू होगा, तो इस डीए को आपकी बेसिक में जोड़ दिया जाएगा.
  • तो आपकी 'नई बेसिक सैलरी' होगी: ₹50,000 (पुरानी बेसिक) + ₹30,000 (पूरा डीए) = ₹80,000.

दूसरा कदम: डीए मीटर होगा जीरो से शुरू

  • जैसे ही आपका पूरा डीए आपकी बेसिक सैलरी में जुड़ जाएगा, डीए का मीटर रीसेट होकर 'शून्य' (0%) हो जाएगा.
  • ऐसा ही 7वें वेतन आयोग के समय भी हुआ था. 2016 में जब उसे लागू किया गया, तो उस समय के 125% डीए को बेसिक सैलरी में मर्ज कर दिया गया था.

तो इसका असली फायदा क्या है?

असली फायदा अब शुरू होगा! भविष्य में सरकार जब भी महंगाई भत्ता बढ़ाएगी (जैसे 3% या 4%), तो उसकी गणना आपकी पुरानी बेसिक सैलरी (₹50,000) पर नहीं, बल्कि आपकी नई और बढ़ी हुई बेसिक सैलरी (₹80,000) पर होगी.

  • पुराने हिसाब से: 4% डीए का मतलब होता ₹50,000 का 4% = ₹2,000.
  • नए हिसाब से: 4% डीए का मतलब होगा ₹80,000 का 4% = ₹3,200.

इसका मतलब है कि हर बार डीए बढ़ने पर आपकी सैलरी पहले के मुकाबले और भी तेजी से बढ़ेगी. यह आपके लिए लंबी अवधि में बहुत फायदेमंद साबित होगा.

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