5 गुप्त वास्तु नियम: कहीं झाड़ू-पोछे की गलती से आप घर से भगा तो नहीं रहे मां लक्ष्मी को?

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क्या आप भी अपने घर को साफ-सुथरा रखते हैं, ताकि वहां सकारात्मक ऊर्जा का वास हो? बहुत अच्छी बात है! लेकिन क्या आप जानते हैं कि वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की साफ-सफाई के कुछ खास नियम भी होते हैं, जिनका पालन न करना आपके घर की समृद्धि को रोक सकता है और गरीबी को बुलावा दे सकता है? जी हाँ, वास्तु विशेषज्ञों का मानना है कि झाड़ू और पोछे के इस्तेमाल में की गई कुछ सामान्य सी लगने वाली गलतियाँ धीरे-धीरे घर से लक्ष्मी को दूर कर सकती हैं।

आइए, जानते हैं झाड़ू और पोछे से जुड़े 5 ऐसे वास्तु नियम जिनका पालन करके आप अपने घर में सुख, शांति और धन-वैभव बनाए रख सकते हैं:

1. झाड़ू को हमेशा छिपा कर रखें: देवी लक्ष्मी का अपमान न हो

वास्तु शास्त्र के अनुसार, झाड़ू को कभी भी ऐसी जगह नहीं रखना चाहिए जहाँ वह सबके सामने आसानी से दिख जाए। झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है, इसलिए इसका स्थान हमेशा सम्मानजनक और छिपा हुआ होना चाहिए।

क्यों है यह महत्वपूर्ण? यदि आप झाड़ू को खुला रखते हैं या लोगों की नज़रों के सामने रखते हैं, तो इसे मां लक्ष्मी का अपमान माना जाता है। इससे घर में पैसों की तंगी आ सकती है और आर्थिक स्थिति खराब हो सकती है।

सही तरीका: हमेशा झाड़ू को किसी स्टोर रूम, अलमारी के अंदर या दरवाज़े के पीछे ऐसी जगह रखें जहाँ वह सीधे तौर पर लोगों की नज़रों में न आए।

2. सूर्यास्त के बाद झाड़ू-पोंछा लगाना है अशुभ? क्या कहता है वास्तु?

यह एक बहुत पुरानी और महत्वपूर्ण मान्यता है कि सूर्यास्त के बाद यानी शाम ढलने के बाद घर की सफाई करना या झाड़ू लगाना शुभ नहीं माना जाता।

क्यों है यह वर्जित? वास्तु शास्त्र के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि शाम को सफाई करने से मां लक्ष्मी घर से चली जाती हैं, जो कि दीपावली जैसे त्योहारों के समय और भी ज़रूरी है। कहते हैं कि दिन की रोशनी में सफाई करने से घर में समृद्धि आती है, जबकि शाम को सफाई करने से घर की बरकत रुक सकती है और आय में बाधा आ सकती है।

आपातकालीन स्थिति में क्या करें? यदि बहुत ज़रूरी हो कि शाम को सफाई करनी ही पड़े, तो झाड़ू लगाई गई गंदगी या कूड़े को तुरंत घर के बाहर न फेंके। बल्कि, उसे घर के एक कोने में जमा करके रखें और अगली सुबह सूरज उगने के बाद ही बाहर फेंकें।

3. टूटा-फूटा या पुराना झाड़ू: दरिद्रता का निमंत्रण

यदि आपके घर का झाड़ू पुराना या टूटा-फूटा हो गया है, तो उसे तुरंत बदल देना चाहिए।

नकारात्मक ऊर्जा का स्रोत: वास्तु में ऐसे झाड़ू को नकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना जाता है। टूटे हुए या बहुत ज़्यादा पुराने झाड़ू का इस्तेमाल करने से धीरे-धीरे घर से खुशी, शांति और समृद्धि समाप्त होने लगती है, और गरीबी दस्तक दे सकती है।

कब बदलें झाड़ू? नया झाड़ू खरीदने के लिए अमावस्या, होली, दिवाली या शुक्रवार का दिन शुभ माना जाता है। पुरानी झाड़ू को भी घर के किसी कोने में या किसी जरूरतमंद को दे देना चाहिए, कूड़े में नहीं फेंकना चाहिए।

4. झाड़ू पर पैर रखना: मां लक्ष्मी का घोर अपमान

वास्तु शास्त्र में झाड़ू का बहुत सम्मान किया जाता है। अनजाने में भी झाड़ू पर पैर रखना या उसका अपमान करना धन की देवी मां लक्ष्मी का घोर अपमान माना जाता है।

संभावित परिणाम: ऐसा करने से घर में पैसे की किल्लत हो सकती है और पैसों का प्रवाह रुक सकता है। इससे दरिद्रता घर में वास करने लगती है।

क्या करें यदि गलती हो जाए? यदि गलती से आपके पैर झाड़ू पर पड़ भी जाएं, तो तुरंत हाथ जोड़कर माफी मांग लेनी चाहिए। इससे वास्तु दोष कम होता है।

5. पोछे का पानी गलत दिशा में न फेंके: दिशा का रखें ध्यान!

घर को पोछा लगाते समय, पानी को फेंकने की दिशा का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है।

किस दिशा में न फेंके? आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पोछे का पानी दक्षिण दिशा की ओर न जाए। वास्तु के अनुसार, दक्षिण दिशा यमराज की दिशा मानी जाती है।

नकारात्मक प्रभाव: इस दिशा में गंदा पानी फेंकना अशुभ माना जाता है। इससे घर में दुख, परेशानियां और दरिद्रता आ सकती है।

सही दिशा: हमेशा पोछे के पानी को घर के बाहर या किसी नाले/गटर में फेंकें, और ध्यान रखें कि पानी का बहाव दक्षिण दिशा की ओर न हो।
 

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