Yoga Pose : टेंशन को कहें अलविदा, ये एक योगासन देगा आपको सुकून, मिनटों में दूर होगी चिंता

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News India Live, Digital Desk: Yoga Pose :  आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव (Stress) और चिंता (Anxiety) हमारी जिंदगी का एक आम हिस्सा बन गए हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक आसान सा योगासन आपको इनसे छुटकारा दिला सकता है? हम बात कर रहे हैं 'बालासन' (Child's Pose) की. यह न केवल शारीरिक रूप से आरामदायक है, बल्कि मानसिक शांति के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है. बालासन, योग का एक बहुत ही प्रभावी और सरल आसन है, जिसे कोई भी कर सकता है.

आइए जानते हैं कि बालासन क्या है और यह कैसे तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है:

क्या है बालासन (Child's Pose)?

बालासन एक रेस्टोरेटिव (आरामदायक) योगासन है, जिसे आमतौर पर योगाभ्यास के दौरान बीच-बीच में या अंत में शरीर को आराम देने के लिए किया जाता है. इस आसन में आप बच्चों की तरह घुटनों के बल बैठकर अपने शरीर को आगे की ओर झुकाते हैं और सिर को जमीन पर रखते हैं, जबकि बाहें आगे या पीछे की ओर रहती हैं. यह रीढ़ की हड्डी, कूल्हों और जांघों को हल्का सा स्ट्रेच करता है और मन को शांत करता है.

बालासन तनाव और चिंता को कैसे कम करता है?

  1. मानसिक शांति और आराम: बालासन में शरीर की स्थिति कुछ ऐसी होती है कि सिर जमीन के करीब रहता है, जिससे मन शांत होता है और बाहरी दुनिया के विचारों से ध्यान हटता है. यह शरीर और दिमाग को आराम की स्थिति में लाता है.
  2. मांसपेशियों का ढीला होना: तनाव में हमारी मांसपेशियां अक्सर तन जाती हैं, खासकर गर्दन, कंधे और पीठ की. बालासन रीढ़ की हड्डी और पीठ की मांसपेशियों में हल्का खिंचाव पैदा करता है, जिससे इन जगहों पर तनाव कम होता है और दर्द से राहत मिलती है.
  3. श्वसन में सुधार: जब आप बालासन में होते हैं, तो आपका पेट जांघों पर हल्का दबाव डालता है, जो डायाफ्रामिक श्वास (गहरी सांस लेने) को बढ़ावा देता है. गहरी और धीमी सांसें लेना तनाव और चिंता को कम करने का सबसे प्रभावी तरीका है.
  4. मस्तिष्क में रक्त प्रवाह: सिर को नीचे की ओर करने से मस्तिष्क की ओर रक्त प्रवाह बढ़ता है, जिससे ताजगी महसूस होती है और मन शांत होता है. यह एंडोर्फिन जैसे हैप्पी हार्मोन्स के स्राव को भी उत्तेजित कर सकता है.
  5. पेट पर सौम्य दबाव: पेट पर पड़ने वाला हल्का दबाव पाचन तंत्र को उत्तेजित करता है, जो अक्सर तनाव से प्रभावित होता है. स्वस्थ पाचन भी अच्छे मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ा है.
  6. ध्यान और जागरूकता: बालासन आपको अपने शरीर पर ध्यान केंद्रित करने और अपनी सांसों को महसूस करने में मदद करता है. यह आपको वर्तमान क्षण में रखता है और अनावश्यक विचारों को दूर करता है, जो तनाव और चिंता का एक मुख्य कारण है.

बालासन करने का तरीका:

  1. योगा मैट पर घुटनों के बल बैठ जाएं. अपने पैरों को जोड़ लें और अपनी एड़ियों पर बैठें.
  2. गहरी सांस लें और आगे की ओर झुकते हुए अपने धड़ को जांघों पर टिका लें.
  3. अपने माथे को जमीन पर रखें.
  4. अपनी बाहों को आगे की ओर स्ट्रेच करके या फिर अपने शरीर के साथ पीछे की ओर आराम की मुद्रा में रख सकते हैं, हथेलियां ऊपर की ओर हों.
  5. इस स्थिति में गहरी सांस लेते रहें और 30 सेकंड से 1 मिनट या अपनी इच्छानुसार जितनी देर आराम करना चाहें, उतनी देर तक रहें.
  6. धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए वापस बैठ जाएं.

अगर आप तनाव या चिंता से जूझ रहे हैं, तो अपने दैनिक दिनचर्या में बालासन को शामिल करना आपके लिए एक शानदार विकल्प हो सकता है.

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