वाह! कानपुर का होगा कायाकल्प, नोएडा-नवी मुंबई की तर्ज पर बसने जा रहा है 'ग्रेटर कानपुर'

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कानपुर वालों, अब आपके शहर की तकदीर बदलने वाली है! जो सपना शहर के लोगों ने सालों से देखा था, अब वो हकीकत बनने की राह पर है. कानपुर विकास प्राधिकरण (KDA) ने 'ग्रेटर कानपुर' बसाने के अपने सबसे बड़े और महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर काम तेज कर दिया है. यह कोई छोटा-मोटा प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि नवी मुंबई और ग्रेटर नोएडा की तरह एक पूरा नया, आधुनिक और পরিকল্পিত शहर बसाने की महायोजना है, जो कानपुर को उत्तर भारत के सबसे प्रमुख औद्योगिक और आवासीय केंद्रों में से एक बना देगा.

कहां बसेगा यह सपनों का शहर?

इस विशाल प्रोजेक्ट के लिए 3000 एकड़ जमीन चुनी गई है. यह नया शहर भीमसेन और बन रहे आउटर रिंग रोड के बीच बसाया जाएगा. यह लोकेशन अपने आप में सोने पर सुहागा है, क्योंकि यह भौंती से सिर्फ 5 किलोमीटर और भीमसेन रेलवे स्टेशन से मात्र 2 किलोमीटर दूर है. इसका मतलब है कि यहां से कनेक्टिविटी शानदार होगी, जिससे माल ढुलाई से लेकर लोगों के आने-जाने तक में भारी सुविधा होगी.

इन 11 गांवों की जमीन पर बसेगा नया शहर, मिलेगा 4 गुना मुआवजा

ग्रेटर कानपुर प्रोजेक्ट में कुल 11 गांवों को शामिल किया जाएगा. इन गांवों में सेन पश्चिम पारा, सेन पूरब पारा, पतेहुरी, गोपालपुर, गंभीरपुर, कैथा, सरनेतपुर, डांडे का पुरवा, दुर्जनपुर, इटारा, और जामू शामिल हैं.

किसानों के हितों का पूरा ध्यान रखते हुए KDA ने एक बड़ा ऐलान किया है. जिन भी किसानों की जमीन इस प्रोजेक्ट के लिए अधिग्रहित की जाएगी, उन्हें उनकी जमीन के सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा दिया जाएगा, ताकि उन्हें किसी भी तरह का आर्थिक नुकसान न हो.

क्या है रोजगार का प्लान? (10,000 से ज्यादा नौकरियां)

ग्रेटर कानपुर सिर्फ रहने की जगह नहीं, बल्कि रोजगार का एक बहुत बड़ा केंद्र बनेगा. यहां तीन खास थीम पर आधारित औद्योगिक पार्क बनाए जाएंगे:

  1. EV पार्क (इलेक्ट्रिक गाड़ियों का हब): यहां ई-स्कूटी, बाइक से लेकर लग्जरी इलेक्ट्रिक कारों तक का निर्माण होगा, जो भारत के  EV मिशन को मजबूती देगा.
  2. मेडिसिटी पार्क: यहां दवाइयां और मेडिकल उपकरण बनेंगे, जिससे स्वास्थ्य के क्षेत्र में कानपुर आत्मनिर्भर बनेगा.
  3. MSME पार्क: छोटे और मध्यम उद्योगों को यहां वेयरहाउसिंग, लॉजिस्टिक्स और हर तरह की तकनीकी मदद मिलेगी.

इन पार्कों से सीधे तौर पर 10,000 से ज्यादा लोगों को नौकरियां मिलने की उम्मीद है.

सिर्फ उद्योग नहीं, रहने के लिए भी होगा एक वर्ल्ड क्लास शहर

ग्रेटर कानपुर में हर वर्ग के लोगों के लिए घर का सपना पूरा करने की योजना है. यहां EWS और LIG फ्लैट्स से लेकर MIG और HIG के लिए प्लॉट और मल्टी-स्टोरी अपार्टमेंट्स बनाए जाएंगे. यह पूरा इलाका स्मार्ट सिटी मॉडल पर विकसित होगा, जहां चौड़ी सड़कें, हरे-भरे पार्क, स्कूल, अस्पताल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, सोलर लाइटिंग और वेस्ट मैनेजमेंट जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी.

कब तक बनकर तैयार होगा यह सपना? (प्रोजेक्ट का टाइमलाइन)

KDA ने इस विशाल प्रोजेक्ट को तीन चरणों में पूरा करने का लक्ष्य रखा है:

  • पहला चरण (2025-26): जमीन का सर्वे, अधिग्रहण और मुआवजे का काम पूरा होगा.
  • दूसरा चरण (2026-28): सड़कों और बिजली-पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं का विकास और इंडस्ट्रियल पार्क का निर्माण शुरू होगा.
  • तीसरा चरण (2028 से): आवासीय और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स को लॉन्च किया जाएगा.

सांसद रमेश अवस्थी की पहल पर शुरू हुई यह योजना अब जमीन पर उतरने के लिए तैयार है, जो कानपुर को एक नई और गौरवशाली पहचान देगी.

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