जब प्यार की खातिर हेमा मालिनी के घर 'तूफान' बनकर पहुंचे धर्मेंद्र: एक अनकही दास्तां
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अलविदा ही-मैन:बॉलीवुड के लिए सोमवार का दिन बेहद गमगीन रहा। 89 साल की उम्र में सिनेमा जगत के 'ही-मैन' यानी हमारे प्यारे धरम पाजी (Dharmendra) ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। इस खबर ने न सिर्फ इंडस्ट्री को, बल्कि उनके करोड़ों फैंस को भीतर तक झकझोर कर रख दिया है। धरम जी का जाना सिर्फ एक अभिनेता का जाना नहीं, बल्कि एक युग का अंत है।
वे अपने पीछे एक भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं-पहली पत्नी प्रकाश कौर और दूसरी हमसफर हेमा मालिनी। उनके छह बच्चे हैं-सनी, बॉबी, विजेता, अजीता, ईशा और अहाना, साथ ही 13 नाती-पोते। आज भले ही सब साथ हों, लेकिन साल 1980 में जब हेमा मालिनी और धर्मेंद्र (Hema Malini and Dharmendra Love Story) की शादी हुई थी, तब हालात ऐसे नहीं थे। ये रिश्ता उस वक्त की सबसे बड़ी सुर्खियों में था। धर्मेंद्र पहले से शादीशुदा थे और चार बच्चों के पिता थे, यही वजह थी कि हेमा के माता-पिता इस रिश्ते के सख्त खिलाफ थे।
हेमा के घर अचानक पहुंचे धर्मेंद्र और फिर...
ये किस्सा बड़ा ही फिल्मी और जज्बातों से भरा है। हेमा मालिनी की बायोग्राफी ‘बियॉन्ड द ड्रीम गर्ल’ (Beyond The Dream Girl) में एक वाकये का जिक्र है जो बताता है कि धरम पाजी प्यार में किस हद तक जा सकते थे। एक दिन धर्मेंद्र सीधे हेमा मालिनी के घर पहुंच गए। उन्हें वहां देखकर हेमा के पिता वी.एस. रामानुजम चक्रवर्ती का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया।
एक पिता की तरह वे अपनी बेटी को लेकर बहुत फिक्रमंद थे। उन्होंने गुस्से में धर्मेंद्र से चिल्लाते हुए कहा, “मेरी बेटी की जिंदगी से दूर हो जाओ। तुम पहले से शादीशुदा हो, तुम उससे शादी नहीं कर सकते।” असल में, उस दौरान हेमा के घरवाले उनकी शादी एक्टर जितेंद्र (Jeetendra) से तय करने की फिराक में थे। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। कहा जाता है कि धर्मेंद्र ने हेमा से पागलों की तरह गुहार लगाई थी कि वो यह शादी न करें।
जितेंद्र और हेमा की शादी की सच्चाई
ये वो दौर था जब खबरें थीं कि जितेंद्र और हेमाकी शादी चेन्नई में होने ही वाली थी। लेकिन जितेंद्र के दिल में क्या था? उन्होंने अपने एक करीबी दोस्त से मन की बात कहते हुए बताया था, "सच कहूं तो मैं हेमा से प्यार नहीं करता और न ही वो मुझसे प्यार करती है। बस घरवाले चाहते हैं, इसलिए मैं इस बारे में सोच रहा था... वो एक अच्छी लड़की है।"
लेकिन प्यार और जिद के आगे सब कुछ बदल गया। जितेंद्र ने बाद में 1974 में शोभा कपूर से शादी कर ली। वहीं, हेमा और जितेंद्र ने ‘खुशबू’, ‘वारिस’ और ‘गहरी चाल’ जैसी कई फिल्मों में साथ काम किया और अच्छे दोस्त बने रहे।
जो बीत गई सो बात गई
सालों बाद एक इंटरव्यू में हेमा मालिनी ने इस पूरे वाकये पर बड़ी खूबसूरती से कहा था, "जो होना था, वो हो गया। दिल में कोई मैल नहीं रखना चाहिए। माफ़ कर दो, भूल जाओ और जिंदगी में आगे बढ़ते जाओ।"
यही कारण है कि आज भी दोनों परिवारों के बीच खटास नहीं, बल्कि एक सम्मानजनक रिश्ता है। धर्मेंद्र साहब ने अपनी शर्तों पर जिंदगी जी और अपनी शर्तों पर प्यार निभाया। बॉलीवुड उनकी कमी हमेशा महसूस करेगा। उनकी यादें, उनकी फिल्में और उनके किस्से हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे।
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