Rajasthan road Accident : नदी में डूबी कार से जब निकले 3 शव, तो सामने आई गूगल मैप्स की एक खौफनाक सच्चाई

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Newsindia live,Digital Desk: Rajasthan road Accident : आज के दौर में हम नई जगहों पर जाने के लिए गूगल मैप्स पर आंख मूंदकर भरोसा कर लेते हैं। यह हमें रास्ता तो दिखाता है, लेकिन कई बार यही भरोसा हमारी जिंदगी का सबसे बड़ा दुश्मन भी बन सकता है। ऐसा ही एक दर्दनाक और दिल दहला देने वाला हादसा राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में हुआ, जहां गूगल मैप्स के दिखाए एक गलत रास्ते पर चलकर चार दोस्तों की गाड़ी बनास नदी के गहरे पानी में समा गई। इस हादसे में तीन दोस्तों की डूबने से मौत हो गई, जबकि एक अब भी लापता है।

क्या है यह पूरा दर्दनाक मामला?

यह दुखद घटना मंगलवार देर रात की है। भीलवाड़ा के रहने वाले चार दोस्त- उमेश, रमेश, भेरूलाल और किशन, अपनी वैन से बेगूं में एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए निकले थे। रात का समय था और इलाका अनजान, इसलिए उन्होंने गूगल मैप्स का सहारा लिया।

गूगल मैप्स ने उन्हें एक शॉर्टकट रास्ता दिखाया, जो उन्हें सीधे दौलाजी का खेड़ा गांव के पास बनास नदी की रपट (एक छोटा पुल जो अक्सर पानी के नीचे रहता है) की ओर ले गया।

बारिश से उफन रही थी नदी, नहीं दिखा खतरा

पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण बनास नदी उफान पर थी और रपट के ऊपर से करीब 5 से 6 फीट पानी बह रहा था। रात के अंधेरे और अनजान रास्ते की वजह से ड्राइवर को पानी की गहराई का अंदाजा नहीं लग पाया। गूगल मैप्स पर भरोसा कर उन्होंने गाड़ी आगे बढ़ा दी और देखते ही देखते तेज बहाव ने उनकी वैन को अपनी चपेट में ले लिया।

गाड़ी अनियंत्रित होकर गहरे पानी में चली गई और चारों दोस्त उसमें फंस गए। जब तक वे कुछ समझ पाते या बाहर निकल पाते, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

कैसे पता चला और किसने की मदद?

सुबह जब गांव के लोग वहां से गुजरे, तो उन्होंने नदी में एक गाड़ी का सिर्फ ऊपरी हिस्सा देखा। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना राशमी थाने की पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने क्रेन की मदद से गाड़ी को बाहर निकाला। गाड़ी के अंदर से तीन युवकों के शव बरामद हुए। चौथे दोस्त की तलाश अब भी जारी है, जिसके भी डूबने की आशंका है।

यह घटना उन सभी के लिए एक बड़ी चेतावनी है जो टेक्नोलॉजी, खासकर गूगल मैप्स, पर आंख बंद करके विश्वास करते हैं। यह हमें सिखाती है कि अनजान रास्तों पर, खासकर रात में और खराब मौसम में, शॉर्टकट लेने या सिर्फ मैप पर भरोसा करने की बजाय स्थानीय लोगों से पूछना या सुरक्षित और मुख्य मार्गों का ही उपयोग करना कितना जरूरी है। एक छोटी सी लापरवाही चार दोस्तों की जिंदगियों पर भारी पड़ गई।

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