बिहार में मौसम ने ली करवट बढ़ता कोहरा और गिरता पारा, अगले 7 दिनों में कंपकपी छुड़ाने वाली ठंड

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News India Live, Digital Desk : क्या आपको भी आज सुबह चादर से निकलने का मन नहीं कर रहा था? अगर हां, तो जनाब गलती आपकी नहीं है, बिहार में मौसम ने अब अपना असली 'विंटर अवतार' (Winter Avatar) दिखाना शुरू कर दिया है। पिछले कुछ दिनों से जो हल्की-हल्की 'गुलाबी ठंड' महसूस हो रही थी, अब वह धीरे-धीरे 'हाड़ कंपाने वाली ठंड' में बदलने लगी है।

मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट और हवाओं का रुख बता रहा है कि बिहार में अगले एक हफ्ते तक मौसम कैसा रहने वाला है। अगर आप सोच रहे हैं कि अभी तो सर्दी शुरू हुई है, तो ठहरिए, अगले 7 दिन आपके लिए काफी अहम हैं। आइए जानते हैं पूरी डिटेल, बिल्कुल सरल भाषा में।

1. कोहरे का 'लॉकडाउन' शुरू (Fog Alert)
सुबह की शुरुआत अब सूरज की किरणों से नहीं, बल्कि कोहरे की चादर से हो रही है। खासकर ग्रामीण इलाकों और हाईवे पर विजिबिलिटी (Visibility) काफी कम हो गई है। पटना, मुजफ्फरपुर और भागलपुर जैसे शहरों में सुबह-सुबह धुंध छाई हुई है। वाहन चालकों के लिए यह थोड़ा जोखिम भरा समय है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों में कोहरा और घना हो सकता है, जिससे ट्रेनों और फ्लाइट्स की रफ्तार पर ब्रेक लग सकता है।

2. अगले 7 दिन: गिरेगा पारा, बढ़ेगी ठिठुरन
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो पछुआ हवाओं (Westerly Winds) के कारण अब न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature) में तेजी से गिरावट आएगी। अगले 7 दिनों में पारा 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक नीचे लुढ़क सकता है। इसका मतलब साफ है—रातें अब ज्यादा ठंडी होंगी। गया (Gaya) जिले में तो ठंड का प्रकोप हमेशा की तरह सबसे ज्यादा महसूस किया जा रहा है।

3. क्यों बदल रहा है मौसम?
पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का सीधा असर मैदानी इलाकों पर पड़ता है। हिमालय की तरफ से आ रही बर्फीली हवाएं बिहार में दाखिल हो रही हैं, जिससे कनकनी बढ़ गई है। दिन में धूप निकल तो रही है, लेकिन उसकी गर्मी में अब वो बात नहीं रही जो दो हफ्ते पहले थी। शाम ढलते ही लोग वापस स्वेटर और जैकेट में कैद होने लगे हैं।

4. बाहर निकलने से पहले हो जाएं सावधान
बदलते मौसम के साथ वायरल बुखार और सर्दी-जुकाम का खतरा भी बढ़ जाता है। डॉक्टर सलाह दे रहे हैं कि सुबह और शाम के वक्त खासकर बच्चों और बुजुर्गों को बचाकर रखें। अगर आप मॉर्निंग वॉक पर जाते हैं, तो कान ढंककर निकलें। गाड़ी चलाते वक्त फॉग लाइट का इस्तेमाल करें और रफ्तार धीमी रखें, क्योंकि 'सावधानी हटी, दुर्घटना घटी'।

5. अब अलाव जलने की बारी है
गांम-देहात के चौपालों पर अब अलाव जलने शुरू हो गए हैं। आने वाले दिनों में यह ठंड और तीखी होगी। तो अपनी अलमारी से वो मोटे वाले कंबल और रजाई निकाल लीजिए जिन्हें आपने धूप दिखाकर रखा था। अगले एक हफ्ते में ठंड का असली मजा (या सजा!) मिलने वाला है।

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