ADGP वाई पुरन कुमार के निधन पर शोक की लहर, पूरे सम्मान के साथ हुए अंतिम संस्कार, 4 घंटे चला पोस्टमॉरटम
News India Live, Digital Desk: भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के एक सम्मानित अधिकारी और ए.डी.जी.पी. (ADGP) वाई. पुरन कुमार का निधन देश के पुलिस विभाग और समाज के लिए एक बड़ी क्षति है. उनके आकस्मिक निधन से हर कोई सदमे में है, और उन्हें पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. वाई. पुरन कुमार के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव या उनके गृहनगर में राजकीय सम्मान के साथ किया गया. इस दौरान परिवार के सदस्यों, सहकर्मियों, मित्रों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. 'एडीजीपी वाई पुरन कुमार का निधन' देशभर में चर्चा का विषय बन गया है.
4 घंटे चला पोस्टमार्टम (ADGP Y Puran Kumar Postmortem):
अंतिम संस्कार से पहले, वाई. पुरन कुमार के पार्थिव शरीर का पोस्टमार्टम कराया गया, जो लगभग 4 घंटे तक चला. यह 'लंबे पोस्टमार्टम' की प्रक्रिया आमतौर पर तब होती है जब मौत के कारण को लेकर किसी भी तरह की संदेह हो, या यह पता लगाने के लिए कि मौत की सही वजह क्या थी. हालांकि, खबर में मौत के विशिष्ट कारणों का उल्लेख नहीं किया गया है. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट से ही मृत्यु के असली कारण का पता चल पाएगा. इस 'महत्वपूर्ण जांच' के बाद ही शव को परिवार को सौंपा गया था.
आईपीएस अधिकारी का सम्माननीय करियर (IPS Officer Y Puran Kumar):
वाई. पुरन कुमार अपने कर्तव्यपरायणता और समर्पण के लिए जाने जाते थे. उन्होंने अपने सेवाकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया और विभिन्न जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया. एक 'ईमानदार और मेहनती पुलिस अधिकारी' के रूप में उनकी पहचान थी. उनके योगदान को पुलिस विभाग में हमेशा याद किया जाएगा. 'एडीजीपी वाई पुरन कुमार' के निधन पर पुलिस समुदाय में शोक व्यक्त किया गया.
भावभीनी श्रद्धांजलि (Condolences on Demise):
अंतिम संस्कार के दौरान, उन्हें 'पुलिस सम्मान' के साथ अंतिम विदाई दी गई, जिसमें उनकी बहादुरी और राष्ट्र के प्रति सेवा को याद किया गया. शोक संतप्त परिवार के प्रति पुलिस बल के वरिष्ठ अधिकारियों और राजनेताओं ने भी अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं. उनके निधन से पूरे पुलिस विभाग और उनसे जुड़े लोगों को गहरा सदमा लगा है. यह 'भारतीय पुलिस सेवा के लिए क्षति' है.
वाई. पुरन कुमार के अचानक चले जाने से उनके परिवार और सहकर्मियों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और उनके परिवार को यह दुख सहने की शक्ति दे. 'पंकज धीर का निधन' भी हाल ही में हुई एक और ऐसी ही दुखद घटना थी.
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