Vitamin deficiency: पैरों की नसें अचानक फूलना खतरे की घंटी ,ये है शरीर में छिपी सबसे बड़ी कमी का संकेत, जानकर चौंक जाएंगे

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News India Live, Digital Desk: Vitamin deficiency: शरीर के उचित विकास और सुचारू कार्यों के लिए विटामिन अत्यंत महत्वपूर्ण हैं. ये न केवल हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम) को मजबूत करते हैं, बल्कि हमारी नसों और हृदय के स्वस्थ कामकाज के लिए भी बेहद आवश्यक हैं. कई बार विटामिन की कमी का हमारी नसों पर बहुत बुरा असर पड़ता है. यह अक्सर देखा जाता है कि रात को सोते समय अचानक पैरों की नसें चढ़ जाती हैं या उनमें तेज़ ऐंठन होती है, जिससे असहनीय दर्द होता है और हमारी नींद भी भंग हो जाती है. यह कभी-कभार हो तो सामान्य माना जा सकता है, लेकिन अगर आपको यह समस्या बार-बार हो रही है, तो यह किसी गंभीर विटामिन की कमी का संकेत हो सकता है. आइए जानते हैं कि कौन से विटामिन की कमी के कारण नसें कमजोर हो जाती हैं या नसों में सूजन आ सकती है.

नसों की कमजोरी का मुख्य कारण: विटामिन बी12 की कमी

शरीर के संपूर्ण विकास के लिए, खासकर हमारी नसों (Nerves) के लिए विटामिन B12 अत्यंत महत्वपूर्ण है. विटामिन B12 की कमी होने पर हमारी नसें कमजोर होने लगती हैं. नसों का फूलना, उनमें दर्द होना या रात में अचानक ऐंठन आना नसों की कमजोरी का एक स्पष्ट संकेत है. विटामिन B12, जिसे कोबालामिन (cobalamin) भी कहा जाता है, नसों को ढंकने वाली सुरक्षात्मक परत, जिसे माइलिन शीथ (Myelin Sheath) कहते हैं, को बनाए रखने में मदद करता है. इस परत के कमजोर होने से तंत्रिका संकेत बाधित हो सकते हैं, जिससे दर्द, सुन्नता, झुनझुनी और मांसपेशियों में कमजोरी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. यह 'पेरिफेरल न्यूरोपैथी' (Peripheral Neuropathy) का भी एक प्रमुख कारण बन सकता है.

विटामिन B12 की कमी को दूर करने के लिए:

पोषक खाद्य पदार्थ: अपने आहार में मशरूम, अंडे, दूध, दही, सोया दूध (फोर्टिफाइड), पनीर, मीट और मछली (खासकर सार्डिन) जैसी चीज़ें शामिल करें. शाकाहारी लोगों को फोर्टिफाइड अनाज और सप्लीमेंट्स पर भी ध्यान देना चाहिए, क्योंकि पौधों पर आधारित खाद्य पदार्थों में प्राकृतिक रूप से B12 कम मात्रा में पाया जाता है.

नसें फूलने और वैरिकोज वेंस का संबंध: विटामिन सी की कमी

विटामिन B12 के अलावा, विटामिन C की कमी भी नसों की समस्या और वैरिकोज वेंस (Varicose Veins) का कारण बन सकती है. वास्तव में, विटामिन C हमारे रक्त वाहिकाओं और कोशिकाओं को मजबूत और लचीला बनाए रखने में मदद करता है. इसकी कमी से रक्त कोशिकाएं कमजोर हो सकती हैं, जिससे नसों में रक्त का संचार ठीक से नहीं हो पाता और उनमें रक्त जमा होने लगता है, जिससे वैरिकोज वेंस या नसों में सूजन जैसी समस्याएँ हो सकती हैं.

विटामिन C की कमी को दूर करने के लिए:

खट्टे फल: संतरे, नींबू, अमरूद, कीवी और स्ट्रॉबेरी जैसे खट्टे और ताज़े फल अपनी डाइट में शामिल करें.

अन्य स्रोत: इसके अलावा, ब्रोकली, शिमला मिर्च और टमाटर जैसे सब्ज़ियां भी विटामिन सी के अच्छे स्रोत हैं.

नसों के दर्द और सूजन से तुरंत राहत के घरेलू उपाय
यदि आपको अचानक नसों में दर्द या ऐंठन हो, तो कुछ घरेलू उपाय आपको तुरंत राहत दे सकते हैं:

बर्फ की सिकाई (Ice Compress): जब नस चढ़ जाती है, तो उस जगह पर बहुत तेज़ दर्द होता है. ऐसे में आप प्रभावित हिस्से पर बर्फ की सिकाई कर सकते हैं. 3 से 5 मिनट तक बर्फ लगाने से आपको तुरंत आराम मिल सकता है, क्योंकि ठंडक सूजन और दर्द को कम करने में मदद करती है.

तेल से मालिश (Oil Massage): अगर आपको अचानक नस का दर्द उठता है, तो इस समस्या से राहत पाने के लिए दादी-नानी का बताया यह पुराना घरेलू नुस्खा बहुत प्रभावी हो सकता है. जब आपको नस में दर्द महसूस हो, तो हल्के गुनगुने तेल (जैसे सरसों का तेल या नारियल तेल) से प्रभावित जगह पर हल्के हाथों से मालिश करें. हल्के हाथों से मालिश करने से रक्त संचार बेहतर होता है और नसों को आराम मिलता है, जिससे तुरंत राहत मिल सकती है.

कब है डॉक्टर की सलाह लेना ज़रूरी?
यद्यपि ये विटामिन और घरेलू उपाय सहायक हो सकते हैं, अगर आपको बार-बार नसों में दर्द, ऐंठन या सूजन की समस्या हो रही है, तो किसी चिकित्सक से सलाह लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है. डॉक्टर आपकी स्थिति का सही निदान कर पाएंगे और उचित उपचार या सप्लीमेंट्स की सलाह दे सकते हैं. एक संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखना नसों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है.

 

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