बहुत बड़ी खुशखबरी! 8वां वेतन आयोग बना, सैलरी में आएगा बंपर उछाल, लेकिन कई भत्ते खत्म होंगे
सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स का 10 महीने का लंबा इंतज़ार आखिरकार खत्म हो गया है। केंद्र सरकार ने 8वें वेतन आयोग के गठन को आधिकारिक तौर पर मंजूरी दे दी है और इसके सदस्यों की नियुक्ति भी कर दी है। इसका सीधा मतलब है कि अब आपकी सैलरी, पेंशन और भत्तों का नया ढांचा तैयार होगा, जिससे करोड़ों कर्मचारियों की सैलरी में ज़बरदस्त उछाल आना तय है।
हालांकि, बढ़ी हुई सैलरी के लिए थोड़ा इंतज़ार और करना पड़ेगा, लेकिन जब भी यह लागू होगा, आपको महीनों का एरियर एक साथ मिलेगा। तो चलिए, आसान भाषा में समझते हैं कि इससे आपकी जेब पर क्या असर पड़ेगा और आपको क्या-क्या बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे।
कौन हैं 8वें वेतन आयोग के सदस्य?
सरकार ने इस महत्वपूर्ण आयोग की कमान अनुभवी हाथों में सौंपी है:
- अध्यक्ष: जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई
- अंशकालिक सदस्य: IIM बेंगलुरु के प्रोफेसर पुलक घोष
- सदस्य-सचिव: पंकज जैन (पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस सचिव)
सबसे बड़ा सवाल: आखिर कब लागू होगा नया वेतन आयोग?
यह सबसे ज़रूरी सवाल है। आइए इसे प्वाइंट्स में समझते हैं:
- रिपोर्ट सौंपने का समय: आयोग को अपनी सिफारिशें सरकार को सौंपने के लिए 18 महीने यानी डेढ़ साल का वक्त दिया गया है।
- लागू होने की तारीख: 7वें वेतन आयोग का कार्यकाल दिसंबर 2025 में खत्म हो रहा है। इसलिए, 8वां वेतन आयोग 1 जनवरी 2026 से ही लागू माना जाएगा।
- पैसा कब मिलेगा?: भले ही आयोग को रिपोर्ट देने और सरकार को इसे लागू करने में 2-3 साल लग जाएं (संभवतः 2028 तक), लेकिन आपको बढ़ी हुई सैलरी का फायदा 1 जनवरी 2026 से ही मिलेगा। इसका मतलब है कि आपको 17-18 महीने का मोटा एरियर (Arrears) एकमुश्त या किस्तों में मिलेगा।
इन भत्तों पर चल सकती है कैंची
जहां एक तरफ सैलरी बढ़ेगी, वहीं कुछ गैर-ज़रूरी भत्तों को खत्म या दूसरे भत्तों में मर्ज किया जा सकता है। आयोग सभी मौजूदा भत्तों की समीक्षा करेगा। अगर ऐसा होता है, तो ट्रैवल अलाउंस, स्पेशल ड्यूटी अलाउंस, और छोटे-मोटे विभागीय भत्तों पर कैंची चल सकती है।
आपकी सैलरी कितनी बढ़ेगी? समझिए फिटमेंट फैक्टर का पूरा गणित
आपकी सैलरी कितनी बढ़ेगी, यह 'फिटमेंट फैक्टर' नाम के एक जादुई नंबर पर निर्भर करता है।
- क्या है फिटमेंट फैक्टर?: यह एक मल्टीप्लायर है, जिससे आपकी मौजूदा बेसिक सैलरी को गुणा करके नई बेसिक सैलरी तय की जाती है।
- कितना हो सकता है फिटमेंट फैक्टर?: उम्मीद है कि यह 2.46 से 2.57 के बीच हो सकता है।
- उदाहरण से समझें:
- मान लीजिए आप लेवल-1 के कर्मचारी हैं और आपकी बेसिक सैलरी ₹18,000 है।
- अगर फिटमेंट फैक्टर 2.57 होता है, तो आपकी नई बेसिक सैलरी होगी: 18,000 x 2.57 = ₹46,260। (नोट: सोर्स में दिए गए उदाहरणों में कुछ गणना त्रुटियां हैं, यह एक सरल गणना है)।
- इसी तरह अगर आपकी बेसिक सैलरी ₹50,000 है और फिटमेंट फैक्टर 2.57 तय होता है तो आपकी नई बेसिक सैलरी ₹1,28,500 हो जाएगी।
महंगाई भत्ते (DA) पर बड़ा फैसला
जब भी नया वेतन आयोग लागू होता है, तो मौजूदा महंगाई भत्ते को बेसिक सैलरी में जोड़ दिया जाता है और डीए की गिनती दोबारा 'ज़ीरो' से शुरू होती है। इससे आपकी बेसिक सैलरी और भी बढ़ जाती है, जिसका फायदा आपको HRA जैसे दूसरे भत्तों में भी मिलता है।
कुल मिलाकर, लगभग 50 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनर्स यानी 1 करोड़ से ज़्यादा लोगों की सैलरी और पेंशन में एक बड़ी बढ़ोतरी होना तय है।
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