UPSC exam : रांची में सेना के भावी अफसर बनाने की अग्निपरीक्षा शांति से हुई पूरी

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News India Live, Digital Desk: भारतीय सेना का हिस्सा बनकर देश की सेवा करने का सपना देखने वाले हजारों युवाओं के लिए रविवार का दिन उनके जीवन का एक बड़ा इम्तिहान लेकर आया। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित होने वाली देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक, सम्मिलित रक्षा सेवा (CDS) और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) व नौसेना अकादमी की परीक्षा, रांची के विभिन्न केंद्रों पर पूरी तरह शांतिपूर्ण और सफलतापूर्वक संपन्न हो गई।

तीन पालियों में हुई 'अग्निपरीक्षा'

यह परीक्षा तीन अलग-अलग पालियों में आयोजित की गई थी। सुबह की पहली पाली में अंग्रेजी का पेपर, दोपहर में सामान्य ज्ञान (GK) और शाम की अंतिम पाली में गणित का पेपर हुआ। इस महत्वपूर्ण परीक्षा के लिए राजधानी रांची में कुल 36 केंद्र बनाए गए थे, जहां लगभग 15,200 से ज़्यादा परीक्षार्थियों ने सेना का भावी अफसर बनने के लिए अपनी योग्यता का परीक्षण दिया।

सुरक्षा के थे कड़े इंतजाम

UPSC की परीक्षाओं की संवेदनशीलता को देखते हुए, सभी परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए थे। किसी भी तरह की नकल या गड़बड़ी को रोकने के लिए हर केंद्र पर मजिस्ट्रेट के साथ-साथ भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। परीक्षार्थियों को केंद्र में प्रवेश करने से पहले एक कड़ी जांच प्रक्रिया से गुजरना पड़ा और किसी भी तरह के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे कि मोबाइल फोन, स्मार्ट वॉच, या ब्लूटूथ डिवाइस को अंदर ले जाने पर सख्त पाबंदी थी।

कैसा था पेपर का स्तर?

परीक्षा देकर केंद्रों से बाहर निकले छात्रों के चेहरों पर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। अधिकतर छात्रों का कहना था कि पेपर का स्तर मध्यम से कठिन था। सामान्य ज्ञान के पेपर में इतिहास और करेंट अफेयर्स से जुड़े कुछ सवालों ने छात्रों को काफी उलझाया। वहीं, अंग्रेजी का पेपर ज़्यादातर छात्रों को काफी आसान लगा। गणित के पेपर को लेकर कुछ छात्रों ने कहा कि सवाल थोड़े लंबे थे, जिन्हें हल करने में काफी समय लगा।

इस लिखित परीक्षा में सफल होने वाले उम्मीदवार अब अगले चरण, यानी सेवा चयन बोर्ड (SSB) द्वारा लिए जाने वाले इंटरव्यू के लिए जाएंगे, जो सेना में अफसर बनने की राह का सबसे अहम और कठिन पड़ाव माना जाता है।

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