UP Politics : गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस संदेश यात्रा में योगी का प्रहार,भारत का अपमान करने वालों को ललकारा
News India Live, Digital Desk: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस संदेश यात्रा में भाग लिया और इस दौरान एक महत्वपूर्ण संबोधन दिया, जिसमें उन्होंने धर्म, धर्म परिवर्तन और भारत की सांस्कृतिक विरासत पर अपनी बात रखी। सीएम योगी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि कोई भी व्यक्ति धर्म छुपाकर अपना परिचय बदलकर समाज को दिग्भ्रमित न करे, और ऐसा करने वाले "बहुरूपिया" न बनें। उन्होंने धर्म परिवर्तन की घटनाओं पर कड़ा प्रहार किया और गुरु तेग बहादुर जी के सर्वोच्च बलिदान को याद किया।
लखनऊ में आयोजित 'शहीदी दिवस संदेश यात्रा' के दौरान, सीएम योगी ने गुरु तेग बहादुर जी की शहादत को नमन किया। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी ने "महान सनातन धर्म और भारतीय मूल्यों व आदर्शों" के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया। योगी आदित्यनाथ ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे वीर बलिदानियों के त्याग को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा, और कोई भी भारत को आँख दिखाने की जुर्रत नहीं कर पाएगा।
उन्होंने धर्म को छिपाकर धर्म परिवर्तन कराने और समाज को गुमराह करने वालों को चुनौती दी। मुख्यमंत्री ने कहा, "आज हम सबके लिए गौरव का पल है कि देश एक नई ऊँचाई को छू रहा है। हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम सत्य को ग्रहण करें।" उनके भाषण का मुख्य बिंदु यह था कि भारत अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं से भटक नहीं सकता। उन्होंने समाज में बढ़ती अराजकता और विश्वास के अभाव पर चिंता व्यक्त की और कहा कि 'दिक्कत विश्वास की है'। इस बात पर जोर दिया गया कि एक स्वस्थ और सशक्त समाज के लिए परस्पर विश्वास और पारदर्शिता बेहद ज़रूरी है।
यह संबोधन ऐसे समय में आया है जब धर्म परिवर्तन को लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में बहस और कानून बने हुए हैं। सीएम योगी ने साफ संदेश दिया है कि भारतीय परंपरा और सनातन मूल्यों की रक्षा उनकी प्राथमिकता है और किसी को भी धार्मिक पहचान को गलत तरीके से इस्तेमाल कर समाज में फूट डालने या गुमराह करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। यह संदेश न केवल गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान को श्रद्धांजलि था, बल्कि भारतीय संस्कृति और पहचान को मजबूत करने की एक राजनीतिक और सामाजिक प्रतिबद्धता भी थी।
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