Unheard signs of liver disease: जानिए पैरों में कैसे दिखते हैं ये खतरे जिन्हें नहीं करना चाहिए नजरअंदाज
News India Live, Digital Desk: Unheard signs of liver disease: हमारा लिवर शरीर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है जो कई जैविक कार्यों को संभालता है। जब लिवर में कोई समस्या होती है, तो इसके लक्षण सिर्फ पेट तक ही सीमित नहीं रहते, बल्कि शरीर के अन्य हिस्सों, खासकर पैरों में भी दिखाई दे सकते हैं। इन संकेतों को पहचानना प्रारंभिक निदान और प्रभावी उपचार के लिए महत्वपूर्ण है।
लिवर की बीमारी के 5 प्रमुख लक्षण जो पैरों में दिख सकते हैं:
पैरों और टखनों में सूजन: यह लिवर की बीमारी का एक आम और महत्वपूर्ण संकेत है। जब लिवर ठीक से काम नहीं कर रहा होता है, तो यह एल्ब्यूमिन (एक प्रोटीन) का उत्पादन कम कर देता है। एल्ब्यूमिन रक्त वाहिकाओं में तरल पदार्थ को बनाए रखने में मदद करता है। इसकी कमी से शरीर के निचले हिस्सों में तरल पदार्थ जमा होने लगता है, जिससे पैरों, टखनों और कभी-कभी पिंडलियों में सूजन आ जाती है। यह सूजन अक्सर दिन के अंत में बढ़ जाती है।
खुजली: लिवर रोग के कारण शरीर में पित्त लवणों (bile salts) का जमाव हो सकता है। जब ये पित्त लवण त्वचा के नीचे जमा होते हैं, तो वे तीव्र खुजली का कारण बन सकते हैं, खासकर रात में। यह खुजली आमतौर पर पैरों और हथेलियों पर ज्यादा महसूस होती है, हालांकि यह पूरे शरीर पर भी हो सकती है।
पैरों और उंगलियों में सुन्नता या झुनझुनी: गंभीर लिवर रोग से नर्व डैमेज (न्यूरोपैथी) हो सकती है, जो पैरों और उंगलियों में सुन्नता, झुनझुनी या कमजोरी का कारण बन सकती है। यह अक्सर विटामिन की कमी (जैसे विटामिन बी12) के कारण भी होता है, जिसे लिवर प्रभावित होने पर शरीर ठीक से अवशोषित नहीं कर पाता।
पीले नाखून या पैर की उंगलियां : लिवर की बीमारी अक्सर पीलिया का कारण बनती है, जहाँ त्वचा, आंखों और नाखूनों का रंग पीला पड़ जाता है। यह शरीर में बिलीरुबिन (bilirubin) नामक एक पिगमेंट के अत्यधिक जमाव के कारण होता है। पैर के नाखून पीले दिख सकते हैं, जो लिवर के ठीक से काम न करने का एक दृश्य संकेत है। कुछ मामलों में, नाखून कमजोर होकर टूटने भी लगते हैं।
मांसपेशियों में ऐंठन और कमजोरी : लिवर रोग शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स (जैसे पोटेशियम और मैग्नीशियम) के असंतुलन का कारण बन सकता है, जिससे पैरों में बार-बार मांसपेशियों में ऐंठन या कमजोरी महसूस हो सकती है। यह विटामिन की कमी और पोषण की कमी के कारण भी हो सकता है, क्योंकि बीमार लिवर पोषक तत्वों को सही ढंग से प्रोसेस नहीं कर पाता।
यदि आपको पैरों में इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दें, खासकर जब वे बने रहें या गंभीर हों, तो तत्काल चिकित्सक से सलाह लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है। लिवर रोग का प्रारंभिक निदान और उपचार बेहतर परिणाम देता है।
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