Two colors of weather in UP : कहीं बारिश देगी गर्मी से राहत, तो कहीं बाढ़ ने मचाया हाहाकार
News India Live, Digital Desk: Two colors of weather in UP : उत्तर प्रदेश में इन दिनों मौसम के दो बिल्कुल अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं. एक तरफ जहां उमस भरी गर्मी से परेशान लोगों के लिए राहत की खबर है, वहीं दूसरी तरफ राज्य के कई जिले विनाशकारी बाढ़ की चपेट में हैं. मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो-तीन दिनों तक प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हो सकती है, लेकिन गंगा और यमुना जैसी बड़ी नदियों के उफनाने से बाढ़ का संकट और गहरा गया है.
गर्मी और उमस से मिलेगी राहत
पिछले कुछ दिनों से चिपचिपी गर्मी और उमस से बेहाल उत्तर प्रदेश के लोगों को जल्द ही राहत मिलने की उम्मीद है. लखनऊ स्थित मौसम केंद्र के अनुसार, मानसून की सक्रियता के चलते प्रदेश के कई इलाकों में बारिश की संभावना बनी हुई है. खासकर पूर्वी उत्तर प्रदेश (पूर्वांचल) के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जिससे तापमान में गिरावट आएगी और लोगों को गर्मी से कुछ हद तक निजात मिलेगी. पश्चिमी यूपी में भी कुछ जगहों पर बूंदाबांदी के आसार हैं.
बाढ़ बनी आफत, खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं नदियां
एक तरफ जहां बारिश राहत की खबर लेकर आ रही है, वहीं दूसरी ओर यही बारिश कई जिलों के लिए आफत बन चुकी है. पहाड़ों पर और मैदानी इलाकों में हुई लगातार बारिश के कारण प्रदेश की लगभग सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं.
गंगा और यमुना ने तो मानो कहर बरपा रखा है. प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर और बलिया जैसे जिलों में गंगा नदी खतरे के निशान के काफी ऊपर बह रही है. प्रयागराज में संगम के आसपास के निचले इलाके पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं. लोगों के घरों में पानी घुस गया है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर बने राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ रही है.
यही हाल यमुना नदी का भी है. आगरा, मथुरा और इटावा में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे नदी के किनारे बसे गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. इन नदियों के अलावा घाघरा और शारदा नदी भी कई जगहों पर खतरे के निशान के पास बह रही हैं.
सैकड़ों गांव प्रभावित, प्रशासन अलर्ट पर
बाढ़ के कारण प्रदेश के दर्जनों जिलों के सैकड़ों गांव प्रभावित हुए हैं. हजारों हेक्टेयर फसल पानी में डूबकर बर्बाद हो चुकी है और लोगों का जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है. प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ (NDRF) और एसडीआरएफ (SDRF) की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं.
कुल मिलाकर, आने वाले कुछ दिन उत्तर प्रदेश के लिए बहुत अहम होने वाले हैं. जहां कुछ लोगों को बारिश का इंतजार है, वहीं लाखों लोग अब यही दुआ कर रहे हैं कि बारिश रुक जाए ताकि बाढ़ का पानी उतर सके.
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