ट्रंप ने दी पुतिन को चेतावनी – यूक्रेन युद्ध ना रोका तो होंगी बहुत गंभीर सज़ाएं
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दुनिया की नज़रें अपनी ओर खींच ली हैं। 14 अगस्त 2025 को उन्होंने वॉशिंगटन डीसी के केनेडी सेंटर में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि यदि शुक्रवार को अलास्का में होने वाली शिखर बैठक के बाद भी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन में युद्ध नहीं रोकते हैं, तो रूस को "बहुत गंभीर परिणाम" भुगतने पड़ेंगे।
उन्होंने आगे कहा ― “हां, होंगी। मुझे क्या करना होगा, ये बताने की जरूरत नहीं है। बहुत गंभीर सज़ाएं होंगी।''
शिखर बैठक पर सबकी निगाहें
यह बैठक पुतिन के फरवरी 2022 से युद्ध छेड़ने के बाद पहली बार किसी पश्चिमी देश में तय हो रही है। इस बार अमेरिका, यूरोपीय और यूक्रेनी नेताओं – खास तौर पर वोलोडिमीर ज़ेलेंस्की – से ट्रंप की चर्चा भी हुई। ट्रंप ने साफ संकेत दिया कि अगर पहली बैठक सफल रही, तो वे जल्द एक त्रिपक्षीय मीटिंग भी करेंगे जिसमें पुतिन, ज़ेलेंस्की और वे खुद शांति वार्ता के लिए बैठेंगे.
चेतावनी – “दूसरी बैठक तभी होगी, जब पहले जवाब मिलेंगे”
ट्रंप ने दो टूक कहा, “अगर मुझे पहली बैठक में वो जवाब नहीं मिले जो अपेक्षित हैं, तो दूसरी बैठक नहीं होगी।” वहीं उन्होंने इस युद्ध को पिछली प्रशासन की गलती बताया और कहा ― “यह बाइडन प्रशासन की देन है, मेरी नहीं।’’
क्या होंगी "बहुत गंभीर सज़ाएं"?
उन्होंने सीधे तौर पर सज़ाओं की प्रकृति का खुलासा नहीं किया, लेकिन संकेत दिए हैं कि आर्थिक प्रतिबंध (sanctions), व्यापार और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर रूस पर दबाव बढ़ाया जा सकता है। ट्रंप ने हाल ही में रूस के तेल के भारतीय आयात पर टैरिफ बढ़ाने का फैसला भी किया था.
यूरोप और यूक्रेन की प्रतिक्रिया
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों और जर्मनी के चांसलर मर्ज़ ने ट्रंप से चर्चा के बाद कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि कोई भी यूक्रेनी क्षेत्र बिना कीव की सहमति के रूस को नहीं सौंपा जाएगा। ज़ेलेंस्की ने स्पष्ट किया कि वे डोनेट्स्क समेत किसी भी यूक्रेनी इलाके से पीछे हटना स्वीकार नहीं करेंगे.
पुतिन की मांगें और जमीनी हालात
पुतिन युद्धविराम के लिए डोनेट्स्क क्षेत्र के शेष 30% हिस्से से यूक्रेनी सेना की वापसी की मांग कर रहे हैं, जिसे ज़ेलेंस्की ने सिरे से खारिज कर दिया। वहीं युद्ध के मोर्चे पर रूसी सेना ने हाल ही में डोनबास इलाके में ज़मीन हासिल की है, जिससे शुक्रवार की बैठक के नतीजे काफी अहम होंगे.
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