Trouble for Rahul Gandhi : अमित शाह ने उठाया नैतिकता का पुराना जिन्न, पीएम-सीएम बिल पर जंग तेज
News India Live, Digital Desk:Trouble for Rahul Gandhi : सियासत में पुराने वाकयों को भुनाने का मौका नेता शायद ही छोड़ते हैं, और ऐसा ही कुछ नजारा इन दिनों देश की राजनीति में देखने को मिल रहा है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने साल 2013 की उस घटना को फिर से उठाया है, जब राहुल गांधी ने एक अध्यादेश को 'बकवास' बताते हुए सरेआम फाड़ दिया था. शाह ने अब राहुल से पूछा है, "वो नैतिकता अब कहां है?" उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब पीएम-सीएम से जुड़े एक बिल पर सियासी हंगामा मचा हुआ है.
दरअसल, 2013 में मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार एक ऐसा अध्यादेश लेकर आई थी, जो दोषी ठहराए गए सांसदों और विधायकों को बचाने की कोशिश करता था. उस वक्त, अचानक दिल्ली प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए राहुल गांधी ने उस अध्यादेश की कॉपी को फाड़ डाला था, और उसे "पूरी तरह से बकवास" बताया था. उस घटना को लेकर तब खूब राजनीतिक चर्चा हुई थी और कांग्रेस पार्टी को काफी फजीहत भी झेलनी पड़ी थी.
अब, अमित शाह ने इसी घटना का जिक्र करते हुए राहुल गांधी की 'नैतिकता' पर सवाल खड़े किए हैं. मौजूदा समय में किसी नए पीएम-सीएम से जुड़े बिल पर चल रहे विवाद के बीच शाह का यह पलटवार कांग्रेस को बैकफुट पर ला सकता है. शाह ने इशारों-इशारों में कहा है कि जब खुद राहुल गांधी ने ऐसी 'नैतिकता' का प्रदर्शन किया था, तो अब उन्हें दूसरों पर सवाल उठाने का कोई हक नहीं है.
यह साफ है कि बीजेपी, खास तौर पर अमित शाह, राहुल गांधी के इस पुराने स्टैंड को याद दिलाकर कांग्रेस को घेरना चाहते हैं और उनके नैतिक आधार पर चोट करना चाहते हैं. राजनीति में 'नैतिकता' और 'पाखंड' का खेल नया नहीं है, लेकिन शाह का यह बयान बताता है कि विपक्षी नेताओं के हर पुराने बयान और कृत्य को राजनीतिक हमलों के लिए हमेशा याद रखा जाता है. यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस और राहुल गांधी शाह के इस सवाल का जवाब कैसे देते हैं.
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