Trade Relations : अमेरिका के टैरिफ पर चीन का पलटवार, नई दिल्ली के साथ मजबूती से खड़ा होने का वादा
- by Archana
- 2025-08-22 10:45:00
News India Live, Digital Desk: Trade Relations : चीन ने अमेरिकी टैरिफ नीति पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और भारतीय उत्पादों पर लगाए गए 50% तक के शुल्क को लेकर नई दिल्ली के साथ मजबूती से खड़े रहने का वादा किया है. भारत में चीन के राजदूत जू फेइहोंग ने स्पष्ट रूप से कहा कि अमेरिका ने लंबे समय तक मुक्त व्यापार से लाभ उठाया है, लेकिन अब वह टैरिफ को 'सौदेबाजी के हथियार' के रूप में इस्तेमाल कर रहा है, जो कि 'धौंस जमाने' जैसा है.उनका मानना है कि ऐसी कार्रवाइयों का जवाब चुप्पी से देना केवल 'धमकाने वालों' को और अधिक साहसी बनाता है, और चीन इस व्यवहार का दृढ़ता से विरोध करता है
राजदूत फेइहोंग के ये बयान ऐसे समय में आए हैं जब दोनों देश (भारत और चीन) अपने तनावपूर्ण संबंधों को सुधारने के प्रयास कर रहे हैं.चीन ने भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को बढ़ाने में रुचि व्यक्त की है, जिसमें भारतीय आईटी, सॉफ्टवेयर और बायोमेडिसिन जैसे उत्पादों के लिए चीनी बाजारों को खोलने का प्रस्ताव है, जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण, बुनियादी ढांचा निर्माण और स्वच्छ ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में अपनी ताकत की पेशकश की गई हैफेइहोंग ने यह भी उल्लेख किया कि आगामी शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच होगा जहां प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग मिल सकते हैं.
भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों में तनाव उस समय और बढ़ गया था जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय वस्तुओं पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाने की धमकी दी थी, खासकर रूस से कच्चे तेल की खरीद जारी रखने के मुद्दे पर. ट्रंप प्रशासन द्वारा भारत पर कुल 50% तक का टैरिफ लगाया गया, जिसकी आलोचना अमेरिका के भीतर से भी हुई.चीनी राजदूत ने भारत और चीन को एशिया के आर्थिक विकास का "डबल इंजन" बताया और कहा कि दोनों देशों को एकतरफा कार्रवाई और संरक्षणवाद का विरोध करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए.उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि दोनों देशों को "रणनीतिक विश्वास" बढ़ाना चाहिए और आपसी संदेह से बचना चाहिए, क्योंकि वे प्रतिद्वंद्वी नहीं बल्कि साझेदार हैं.
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