टाइगर जयराम महतो ने किया सबसे बड़ा त्याग, छात्रों के लिए नीलाम करेंगे अपनी संपत्ति

Post

News India Live, Digital Desk : राजनीति में वादे तो बहुत होते हैं, लेकिन 'त्याग' की खबरें कम ही सुनने को मिलती हैं। झारखंड की सियासत में अपनी अलग पहचान बना चुके जयराम महतो (Tiger Jairam Mahto) ने एक ऐसा ऐलान कर दिया है, जिसकी मिसाल शायद ही कहीं और मिले। उन्होंने साफ कह दिया है कि वे छात्रों की मदद के लिए अपना आलीशान घर कुर्बान करने को तैयार हैं।

यह खबर जंगल की आग की तरह फैल गई है और हर कोई यही कह रहा है"भाई, जिगरा हो तो ऐसा!"

क्या है पूरा मामला? (What is the story?)

असल में, जयराम महतो हमेशा से छात्रों और नौजवानों के मुद्दों को लेकर मुखर रहे हैं। ताजा मामला ये है कि जयराम महतो ने घोषणा की है कि वे अपना 4 करोड़ रुपये की कीमत वाला घर (House) नीलाम करने जा रहे हैं।

लेकिन रुकिए, इसके पीछे की वजह (Reason) जानकर आप उन्हें सलाम करेंगे। उन्होंने कहा है कि इस नीलामी से जो भी पैसा आएगा, उसका इस्तेमाल वो छात्रों की स्कॉलरशिप (Student Scholarship) और उनकी पढ़ाई-लिखाई में करेंगे।

"छात्र पढ़ेंगे तभी तो झारखंड बढ़ेगा"

जयराम महतो का कहना है कि प्रदेश के कई होनहार छात्र सिर्फ इसलिए पीछे रह जाते हैं क्योंकि उनके पास फीस भरने या किताबें खरीदने के पैसे नहीं होते। एक नेता के तौर पर बड़ी-बड़ी रैलियां करने से बेहतर है कि किसी गरीब के बच्चे का भविष्य सुधर जाए।

उन्होंने इमोशनल होते हुए कहा कि यह संपत्ति या ईंट-पत्थर का मकान उनके लिए मायने नहीं रखता। अगर यह घर बेचकर किसी गरीब छात्र के हाथ में डिग्री आ जाए, तो उससे बड़ी दौलत उनके लिए कुछ नहीं है।

फैंस और जनता का रिएक्शन

जैसे ही यह खबर बाहर आई, सोशल मीडिया पर जयराम महतो के समर्थकों ने उनकी तारीफों के पुल बांध दिए हैं। लोग कह रहे हैं कि आज के दौर में जहाँ नेता जनता के पैसे से अपने घर भरते हैं, वहां एक नेता अपना घर खाली कर रहा है। यह झारखंड की राजनीति में एक नए दौर की शुरुआत जैसा लग रहा है।

हालांकि, कुछ लोग इसे सियासी स्टंट भी कह सकते हैं, लेकिन सच यह है कि अपना बना-बनाया घर नीलामी के लिए पेश कर देना, बोलने में आसान है पर करने में पसीने छूट जाते हैं।

अब देखना यह होगा कि नीलामी कब होती है और इससे कितने छात्रों की जिंदगी में रोशनी आती है। पर इतना तय है—जयराम महतो ने फिर साबित कर दिया है कि उन्हें 'टाइगर' यूं ही नहीं कहा जाता!

--Advertisement--