Oracle India : त्योहारों पर फिर छाया संकट ,अब इस बड़ी टेक कंपनी ने दिवाली से पहले कर्मचारियों को कहा टाटा

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News India Live, Digital Desk: एक तरफ जहाँ पूरा देश दिवाली की तैयारियों में जुटा था, वहीं दूसरी ओर टेक्नोलॉजी सेक्टर से एक दिल तोड़ने वाली खबर सामने आई. जानी-मानी टेक कंपनी ओरैकल (Oracle) ने अपने सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. यह खबर उस समय आई है जब कुछ ही दिन पहले TCS से भी इसी तरह की छंटनी की खबरें सामने आई थीं, जिसने फेस्टिव सीजन में कई परिवारों की खुशियों पर ग्रहण लगा दिया.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओरैकल ने अपने कुछ कर्मचारियों को एक सामान्य मीटिंग के लिए बुलाया और फिर अचानक उन्हें बताया गया कि यह कंपनी में उनका आखिरी दिन है. इस अप्रत्याशित फैसले से कर्मचारी हैरान और परेशान रह गए. दिवाली जैसे बड़े त्योहार से ठीक पहले नौकरी चले जाना किसी के लिए भी एक बड़े झटके जैसा है.

क्यों हो रही है यह छंटनी?

यह छंटनी ओरैकल की एक बड़ी रीस्ट्रक्चरिंग योजना का हिस्सा मानी जा रही है. कंपनी अपने कारोबार को ऑटोमेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की तरफ तेज़ी से बढ़ा रही है. इसके चलते कंपनी को अपने वर्कफोर्स में भी बड़े बदलाव करने पड़ रहे हैं. जो जॉब रोल्स अब उतने प्रासंगिक नहीं रहे हैं या जिन्हें AI की मदद से आसानी से किया जा सकता है, उन्हें खत्म किया जा रहा है.

कंपनी का फोकस अब क्लाउड कंप्यूटिंग और AI आधारित सेवाओं पर ज़्यादा है, जिसके चलते पुराने और परंपरागत टेक्नोलॉजी से जुड़े लोगों पर नौकरी खोने का खतरा मंडरा रहा है.

कर्मचारियों के लिए आगे क्या?

ओरैकल ने नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों को कुछ हफ्तों की सैलरी और अन्य बेनिफिट्स देने की बात कही है. लेकिन त्योहारों के मौसम में अचानक नौकरी चले जाने से पैदा हुई अनिश्चितता और आर्थिक दबाव का सामना करना इन कर्मचारियों के लिए एक बड़ी चुनौती होगी.

यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री में बदलाव कितनी तेज़ी से हो रहा है. AI और ऑटोमेशन जहाँ एक तरफ नई संभावनाएं पैदा कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ यह कई लोगों के रोजगार के लिए एक बड़ा खतरा भी बनते जा रहे हैं. ऐसे समय में कर्मचारियों के लिए अपनी स्किल्स को लगातार अपडेट करते रहना और नई टेक्नोलॉजी को सीखना बेहद ज़रूरी हो गया है.

यह सिर्फ ओरैकल या TCS की कहानी नहीं है, बल्कि पूरी टेक इंडस्ट्री इस समय एक बड़े बदलाव के दौर से गुज़र रही है, जिसका सीधा असर वहां काम करने वाले लोगों पर पड़ रहा है.

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