Suicide In Banda : लिखकर हिस्ट्रीशीटर ने खुद को मारी गोली, मौत से दो दिन पहले ही लौटा था घर

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News India Live, Digital Desk : उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से एक सनसनीखेज और हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक कुख्यात हिस्ट्रीशीटर ने जेल से छूटकर घर लौटने के महज दो दिन बाद ही खुद को गोली मारकर अपनी जान दे दी। घटना की जानकारी मिलते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें उसने अपनी मौत के लिए किसी को भी जिम्मेदार न ठहराते हुए 'अब और जीना नहीं चाहता' जैसी बातें लिखी हैं।

कौन था यह हिस्ट्रीशीटर?

मृतक की पहचान बब्बन सिंह के रूप में हुई है, जो फतेहगंज थाना क्षेत्र का एक हिस्ट्रीशीटर था। उसके खिलाफ हत्या के प्रयास और अन्य गंभीर अपराधों के कई मामले दर्ज थे और वह हाल ही में जेल से जमानत पर छूटकर घर वापस आया था।

घर लौटने के 48 घंटे बाद ही मौत को लगाया गले

परिवार वालों के अनुसार, बब्बन सिंह दो दिन पहले ही घर लौटा था। लौटने के बाद से वह काफी चुप-चुप और परेशान सा रहता था, लेकिन किसी से कुछ कहता नहीं था।

  • कैसे हुई घटना: शुक्रवार सुबह जब परिवार के लोग सोकर उठे, तो उन्होंने बब्बन को उसके कमरे में खून से लथपथ पाया। उसके सीने में गोली लगी थी और पास में ही एक देसी तमंचा और एक खाली खोखा पड़ा था।
  • मौके पर पहुंची पुलिस: घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक और फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।

सुसाइड नोट में छलका दर्द

पुलिस को बब्बन के कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसे उसने कथित तौर पर मरने से पहले लिखा था। इस सुसाइड नोट ने मामले को और भी उलझा दिया है।

  • क्या लिखा है नोट में? सुसाइड नोट में उसने लिखा है, "मैं अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहा हूं। मैं अब और जीना नहीं चाहता। मेरे इस कदम के लिए कोई और जिम्मेदार नहीं है।" उसने अपने परिवार वालों के लिए लिखा, "मुझे भूल जाना... सबको प्यार।"

आत्महत्या या कुछ और? पुलिस कर रही जांच

हालांकि, पहली नजर में यह मामला आत्महत्या का लग रहा है और सुसाइड नोट भी इसी ओर इशारा कर रहा है, लेकिन पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।

  • क्या वह जमानत पर बाहर आने के बाद किसी दबाव में था?
  • क्या उसे किसी पुराने दुश्मन से जान का खतरा था?
  • या फिर जेल और अपराध की दुनिया से तंग आकर उसने वाकई यह कदम उठाया?

पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने और परिवार वालों से विस्तृत पूछताछ के बाद ही मौत की असली वजह साफ हो पाएगी। लेकिन एक हिस्ट्रीशीटर का इस तरह जेल से लौटकर अपनी जिंदगी खत्म कर लेना, अपने पीछे कई अनसुलझे सवाल छोड़ गया है।

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