मासूम बच्ची को छोड़कर आत्महत्या करने अमृतसर से अबोहर आई थी लड़की, एक साल पहले उसके भाई ने की थी आत्महत्या

अबोहर : करीब दो साल पहले अबोहर के वाटर वर्क्स में आत्महत्या करने वाले युवक की बड़ी बहन कल शाम अमृतसर से अबोहर के ही वाटर वर्क्स में आत्महत्या करने पहुंची थी, लेकिन नर सेवा नारायण की टीम अलर्ट हो गई थी। समय ने उसे बचाया, जिसे आज उसके पति और परिवार को सौंप दिया गया। अपनी तीन साल की बेटी को आत्महत्या करने के लिए यहां छोड़ने वाली महिला का कहना है कि उसके भाई की याद उसे यहां खींच लाई है. जानकारी के मुताबिक, पिछले साल जनवरी महीने में इस युवक ने अपनी बहन से बीएसएफ में लिखने के लिए कहा था कागज वह अबोहर आया था, उसका शव अबोहर के वाटर वर्क्स में संदिग्ध परिस्थितियों में मिला, जिसके कारणों का आज तक पता नहीं चल पाया है।

इधर मृतक की बड़ी बहन अमृतसर में रहती है, जो खुद वहां एक कॉल सेंटर में काम करती है और उसका पति वहां कैब चलाता है. कल दोपहर को वह अपनी तीन साल की बेटी को छोड़कर बस से अबोहर आ गई, उसके पीछे-पीछे उसके पति ने भी फोन देखा तो उसे अबोहर में बीएसएफ के पास पानी की टंकियों का नक्शा मिला, जिससे उसे शक हुआ कि उसकी पत्नी चली गई है फ़ोन यहाँ था और अबोहर में उसी वाटर वर्क्स पर जा रहा था जहाँ उसके भाई की मृत्यु हो गई थी। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना नर सेवा नारायण सेवा समिति के अध्यक्ष राजू चराया को दी, जिन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया और वह अपने सहयोगियों के साथ वाटर वर्क्स पहुंचे और निगरानी करते रहे।

शाम करीब साढ़े पांच बजे महिला वाटर वर्क्स के सामने ऑटो से उतरकर अंदर जाने लगी, लेकिन राजू चराया ने उसे रोक लिया। लेकिन महिला ने रोते हुए आत्महत्या करने की बात कही, जिसके बाद राजू चराया ने उसे ढांढस बंधाया और उसके परिजनों को सूचना दी, इसी बीच महिला का पति और उसका चचेरा भाई रात करीब 9.30 बजे अबोहर पहुंच गए. पुलिस ने उसका बयान दर्ज कर उसे उसके परिजनों को सौंप दिया. महिला ने कहा कि वह अपने भाई से बहुत प्यार करती है और उसकी याद उसे बार-बार यहां ले आती है.