Textile Industry India : मध्य प्रदेश में खुल रहा है देश का सबसे बड़ा टेक्सटाइल पार्क, अब बदलेगी किसानों और युवाओं की तकदीर

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News India Live, Digital Desk: कल्पना कीजिए एक ऐसी जगह की, जहां खेत में उगे कपास से लेकर विदेश में बिकने वाली फैशनेबल जींस तक, सब कुछ एक ही जगह पर बनता हो। यह कोई सपना नहीं, बल्कि हकीकत बनने जा रहा है मध्य प्रदेश के धार जिले में। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 75वें जन्मदिन पर इस विशाल 'पीएम मित्र टेक्सटाइल पार्क' की नींव रखने जा रहे हैं, जो न सिर्फ प्रदेश, बल्कि पूरे देश की कपड़ा इंडस्ट्री में एक नई क्रांति लाने का दम रखता है।

आइए, आसान भाषा में समझते हैं कि यह पार्क क्या है और इससे आम लोगों को क्या फायदा होगा।

क्या है ये 'पीएम मित्र' पार्क?

'पीएम मित्र' का पूरा नाम है- पीएम मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल पार्क। आसान शब्दों में कहें तो यह एक बहुत बड़ा औद्योगिक क्षेत्र होगा जो सिर्फ और सिर्फ कपड़ा उद्योग को समर्पित होगा। यहाँ धागा बनाने से लेकर, कपड़ा बुनने, रंगाई, डिजाइनिंग और फिर तैयार कपड़े बनाने तक, हर काम एक ही कैंपस के अंदर होगा।

यह पार्क प्रधानमंत्री मोदी के '5F' विजन पर आधारित है: फार्म (खेत) -> फाइबर (रेशा) -> फैक्ट्री -> फैशन -> फॉरेन (विदेश)।इसका मतलब है कि कपास सीधे किसान के खेत से इस पार्क में आएगा और यहां से सीधे फैशनेबल कपड़े बनकर विदेशों तक निर्यात होंगे।

मध्य प्रदेश के धार में ही क्यों?

धार और इसके आसपास के इलाके जैसे खरगोन, बड़वानी, उज्जैन कपास उत्पादन के बड़े केंद्र हैं। अब तक यहां के किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए भटकना पड़ता था या सही दाम नहीं मिल पाते थे इस पार्क के बनने से लाखों कपास किसानों को अपनी फसल के लिए एक पक्का और फायदेमंद बाजार सीधे अपने घर के पास मिल जाएगा।

रोजगार और विकास की बहार

यह पार्क सिर्फ किसानों के लिए ही नहीं, बल्कि युवाओं के लिए भी उम्मीदों के दरवाजे खोलने वाला है।

  • महिलाओं को प्राथमिकता: टेक्सटाइल इंडस्ट्री में महिलाओं के लिए रोजगार की अपार संभावनाएं होती हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर बनेंगी।
  • बदलेगी इलाके की सूरत: जब कहीं इतनी बड़ी इंडस्ट्री लगती है, तो सड़कें, बिजली, पानी जैसी सुविधाओं का भी विकास होता है, जिससे पूरे क्षेत्र की तस्वीर बदल जाती है।

एक विश्वस्तरीय हब

यह कोई मामूली औद्योगिक पार्क नहीं होगा। धार के भैंसोला गांव में 2150 एकड़ से भी ज्यादा जमीन पर बन रहे इस पार्क में दुनिया की बेहतरीन सुविधाएं होंगी। यहाँ कंपनियों को फैक्ट्री लगाने के लिए तैयार शेड (प्लग एंड प्ले यूनिट्स) मिलेंगे, जिससे वे जल्दी अपना काम शुरू कर सकेंगी। साथ ही, पानी की सफाई के लिए आधुनिक प्लांट और बिजली के लिए सोलर यूनिट भी लगाई जाएंगी।

कुल मिलाकर, यह प्रोजेक्ट 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान को ज़मीन पर उतारने वाला एक बड़ा कदम है। यह न सिर्फ मध्य प्रदेश को देश का 'कॉटन कैपिटल' बनाएगा, बल्कि भारत को दुनिया के टेक्सटाइल बाजार में एक बहुत बड़ी ताकत के रूप में भी स्थापित करेगा।

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