Support of Digital India : स्टारलिंक और यूआईडीएआई ने हाथ मिलाया, यूजर्स का सत्यापन अब होगा आसान
- by Archana
- 2025-08-21 13:01:00
News India Live, Digital Desk: Support of Digital India : अगर आप भी एलन मस्क की स्टारलिंक द्वारा दी जाने वाली हाई-स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट सेवा का इंतजार कर रहे हैं, तो आपके लिए एक महत्वपूर्ण खबर है. भारत में इस सुपर-फास्ट सेवा का लाभ उठाने के लिए अब आपको आधार सत्यापन करवाना अनिवार्य होगा. यानी, बिना आधार कार्ड के यूजर्स को स्टारलिंक का हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्शन नहीं मिल पाएगा.
यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने सैटेलाइट इंटरनेट प्रोवाइडर स्टारलिंक सैटेलाइट कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड को ग्राहक सत्यापन के लिए अपनी 'सब-ऑथेंटिकेशन यूजर एजेंसी' और 'सब-ई-केवाईसी यूजर एजेंसी' के रूप में नियुक्त किया है यह कदम नियामक आवश्यकताओं का पालन करते हुए उपयोगकर्ता को सुगमता से सेवा से जोड़ने और घरों, व्यवसायों और संस्थानों तक हाई-स्पीड इंटरनेट पहुँचाने के लिए उठाया गया है यह भारत के विश्वसनीय डिजिटल पहचान प्रणाली और वैश्विक सैटेलाइट प्रौद्योगिकी के बीच एक शक्तिशाली तालमेल को दर्शाता है. सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने भी इस एकीकरण की सराहना की है, जिसमें कहा गया है कि यह भारत के डिजिटल बुनियादी ढांचे की मापनीयता और विश्वसनीयता को दर्शाता है.
यह प्रक्रिया ग्राहक के लिए आसान और सुरक्षित होगी. उपयोगकर्ताओं द्वारा प्रमाणीकरण मौजूदा नियमों के अनुसार स्वैच्छिक आधार पर होगा. स्टारलिंक इंडिया के निदेशक परनील उर्ध्वारेशे और यूआईडीएआई के सीईओ भुवनेश कुमार की उपस्थिति में नई दिल्ली में यह समझौता ज्ञापन (MOU) हस्ताक्षरित किया गया. अमेरिकी कंपनी को हाल ही में इंडियन नेशनल स्पेस प्रमोशन एंड अथॉराइजेशन सेंटर (IN-SPACe) से देश में वाणिज्यिक संचालन शुरू करने के लिए अंतिम अनुमति मिली थी स्टारलिंक ने भारती एयरटेल और रिलायंस जियो के साथ भी भारत में अपनी सेवाएं वितरित करने के लिए भागीदारी की है. यह सेवा 2025 के अंत या 2026 की शुरुआत में शुरू होने की उम्मीद है, जिससे भारत के उन क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी में सुधार होगा जहाँ सेवाएं पर्याप्त नहीं हैं.
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