Sukanya Samriddhi Yojana: 2 बेटियों के लिए भी खोल सकते हैं अकाउंट, नियम पढ़कर चौंक जाएंगे, मिलेंगे डबल फायदे
News India Live, Digital Desk: Sukanya Samriddhi Yojana: अगर आपकी दो प्यारी बेटियाँ हैं और आप उनके सुनहरे भविष्य के लिए पैसों की बचत (Savings for Girl Child) करना चाहती हैं, तो यह ख़बर आपके लिए बेहद ज़रूरी है! सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana - SSY) भारत सरकार की एक शानदार पहल है, जिसे खासतौर पर बेटियों के भविष्य को सुरक्षित (Secure Future for Daughters) बनाने के लिए शुरू किया गया है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि अगर आपके घर में दो बेटियाँ हैं, तो क्या आप दोनों के लिए इस योजना का लाभ ले सकते हैं? आइए जानते हैं इससे जुड़े सभी अहम तथ्य!
क्या आप 2 बेटियों के लिए Sukanya Samriddhi Yojana का खाता खोल सकते हैं?
जी हाँ, बिलकुल! आप अपनी दो बेटियों के लिए अलग-अलग सुकन्या समृद्धि योजना खाते (SSY Accounts) खोल सकते हैं। सरकार की इस योजना में प्रति परिवार अधिकतम दो बेटियों के लिए ही खाते खोलने की अनुमति होती है। यह नियम बेटियों की शिक्षा (Daughters' Education) और शादी (Marriage Expenses) जैसे बड़े खर्चों के लिए पैसा जमा करने में मदद करता है।
लेकिन, इसमें एक खास 'ट्विस्ट' है जिसे जानना ज़रूरी है!
- सामान्य नियम: जैसा कि बताया गया, माता-पिता (Parents) या कानूनी अभिभावक (Legal Guardian) अपनी दो बेटियों के लिए खाते खोल सकते हैं।
- जुड़वां या तीन बेटियाँ होने पर: अगर आपकी पहली संतान के बाद, अगली बार में जुड़वां बेटियाँ (Twin Girls) पैदा होती हैं, या एक साथ तीन बेटियाँ (Triplet Girls) पैदा होती हैं, तो ऐसे असाधारण मामलों में आप तीसरे बच्चे के लिए भी खाता खोल सकते हैं। मतलब, कुल मिलाकर अगर जुड़वां होने के कारण दो से ज़्यादा बेटियाँ हों तो उन सभी के लिए खाते खोले जा सकते हैं। इस नियम को सरकार ने विशेष परिस्थिति माना है।
सुकन्या समृद्धि योजना की कुछ और खास बातें जो आपको जाननी चाहिए:
- कम उम्र में शुरुआत: यह खाता बेटी के जन्म के बाद से लेकर 10 साल की उम्र तक कभी भी खोला जा सकता है। जितनी जल्दी आप शुरू करेंगी, उतना ही ज़्यादा फायदा मिलेगा।
- ज़्यादा ब्याज दर (High Interest Rate): SSY पर सरकार अन्य छोटी बचत योजनाओं (Small Savings Schemes) के मुक़ाबले ज़्यादा ब्याज दर देती है, जिससे आपका पैसा तेज़ी से बढ़ता है।
- टैक्स में छूट (Tax Benefits): यह योजना EEE स्टेटस वाली है, यानी इसमें जमा की गई राशि, अर्जित ब्याज और मैच्योरिटी (Maturity Amount) पर मिलने वाली पूरी रकम – इन तीनों पर कोई टैक्स (Tax Exemption) नहीं लगता। यह सेक्शन 80C के तहत टैक्स बचत का एक शानदार ज़रिया है।
- न्यूनतम और अधिकतम जमा (Min & Max Deposit): आप एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 250 रुपये से लेकर अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं।
- पैसे निकालने के नियम (Withdrawal Rules): बेटी के 18 साल का होने पर उसकी उच्च शिक्षा (Higher Education) के लिए आंशिक निकासी (Partial Withdrawal) की जा सकती है, और बेटी की शादी के समय पूरे पैसे निकाले जा सकते हैं (बेटी की उम्र 18 से 21 साल होने पर)। खाता बेटी के 21 साल पूरे होने या शादी होने पर (जो भी पहले हो) मैच्योर हो जाता है।
यह योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान (Beti Bachao Beti Padhao Abhiyan) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और लाखों परिवारों के लिए वरदान साबित हुई है। तो अगर आपकी दो बेटियाँ हैं, तो बिल्कुल भी देर न करें और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए आज ही सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करें!
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