बिहार में मौसम का अजीब खेल: दिन में खिली धूप, लेकिन रात में ठिठुरन; अगले 48 घंटे सावधान रहने की जरूरत

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दिसंबर का पहला हफ्ता बीतने को है और बिहार में ठंड अब अपनी रफ़्तार पकड़ने लगी है। आज गुरुवार (4 दिसंबर) की सुबह की शुरुआत हल्की धुंध और पछुआ हवाओं के साथ हुई है। मौसम का मिजाज अभी थोड़ा कन्फ्यूजिंग है-सुबह के वक्त घना कोहरा और कनकनी महसूस हो रही है, लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ता है, चटक धूप निकलने से थोड़ी राहत भी मिल रही है।

मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि यह धूप बस कुछ पल की राहत है, क्योंकि अगले 48 घंटों में ठंड का असर गहराने वाला है।

दिन गर्म, पर रातें सर्द

ताजा अपडेट के मुताबिक, बुधवार को पटना समेत 17 जिलों में दिन के तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई। पटना का दिन का पारा 25.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि अररिया, शेखपुरा और रोहतास में यह 27.2 डिग्री तक पहुंच गया। इसे देखकर लग सकता है कि सर्दी कम है, लेकिन असली खेल रात में हो रहा है।

पछुआ हवाओं की वजह से मौसम शुष्क बना हुआ है, जिससे रात का तापमान तेजी से नीचे जा रहा है।

अगले 48 घंटे में 4 डिग्री गिरेगा पारा

मौसम विज्ञान केंद्र ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि अगले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री की गिरावट आने के आसार हैं। इसका मतलब है कि अब रात और सुबह के वक्त कड़ाके की ठंड सताएगी।

भागलपुर का सबौर सबसे ठंडा, पूर्णिया में कोहरा

ठंड के मामले में भागलपुर का सबौर इलाका अभी टॉप पर चल रहा है। वहां न्यूनतम तापमान लुढ़क कर 8.4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है, जो पूरे प्रदेश में सबसे कम है। यानी वहां अब हाड़ कंपाने वाली ठंड शुरू हो चुकी है।
वहीं, कोहरे ने पूर्णिया जिले को अपनी चपेट में ले रखा है। वहां विजिबिलिटी (दृश्यता) घटकर सिर्फ 500 मीटर रह गई, जिससे गाड़ियों की रफ़्तार पर ब्रेक लगा है।

आपके शहर का हाल (City Wise Temperature)

अगर प्रमुख शहरों की बात करें, तो स्थिति कुछ ऐसी है:

  • पटना: यहाँ दिन ठीकठाक है (25.9°C), लेकिन रात में पारा 14 डिग्री पर है। आने वाले दिनों में इसके और गिरने की उम्मीद है।
  • गया: भगवान बुद्ध की नगरी में ठंड ज्यादा है। यहाँ न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
  • भागलपुर: यहाँ भी रात का पारा 11.3 डिग्री है, जो काफी ठंडा है।
  • मुजफ्फरपुर: यहाँ अधिकतम 24 डिग्री और न्यूनतम 13.2 डिग्री के आसपास बना हुआ है।

सलाह यही है कि दिन की धूप देखकर कपड़ों में लापरवाही न करें, क्योंकि शाम होते ही पछुआ हवाएं सिहरन बढ़ा रही हैं।

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