Stir in Maharashtra Politics: राज और उद्धव ठाकरे की 13 साल बाद मुलाकात गठबंधन की अटकलें तेज
News India Live, Digital Desk: Stir in Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति में हालिया घटनाक्रमों ने सियासी गलियारों में जबरदस्त हलचल मचा दी है। 13 साल के लंबे अंतराल के बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे अपने चचेरे भाई और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे से उनके निवास 'मातोश्री' पर मिलने पहुंचे। इस मुलाकात ने महाराष्ट्र की सियासत में नए समीकरणों की सुगबुगाहट तेज कर दी है।
महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले कुछ दिनों से एक महत्वपूर्ण घटना चर्चा का विषय बनी हुई है। 13 साल के लंबे अंतराल के बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे अपने चचेरे भाई और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे से उनके आवास 'मातोश्री' पर मिलने पहुंचे। यह मुलाकात लोकसभा चुनाव परिणामों के तुरंत बाद हुई है, जहां महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना (शिंदे गुट) गठबंधन को अपेक्षा से कम सीटें मिली हैं। राज ठाकरे का मातोश्री में प्रवेश, जो उनके घर वापसी जैसा माना जा रहा है, ने महाराष्ट्र की राजनीति में नई अटकलों को जन्म दे दिया है।
राजनीतिक गलियारों में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि यह मुलाकात केवल पारिवारिक सौहार्द तक सीमित नहीं है, बल्कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के मद्देनजर एक संभावित राजनीतिक गठबंधन की दिशा में पहला कदम हो सकती है। लंबे समय से एक-दूसरे के विरोधी रहे इन दोनों भाइयों के बीच यह मेल-मिलाप निश्चित रूप से भविष्य की राजनीतिक रणनीतियों को प्रभावित करेगा। मनसे, जिसका महाराष्ट्र में एक निश्चित वोट बैंक है, का उद्धव गुट के साथ आना महा विकास अघाड़ी एमवीए को और मजबूत कर सकता है, खासकर तब जब उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) ने हालिया लोकसभा चुनावों में प्रभावशाली प्रदर्शन किया है।
दोनों नेताओं के बीच इस अप्रत्याशित मुलाकात ने महाराष्ट्र में भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन के लिए भी चिंताएं बढ़ा दी हैं। ठाकरे परिवार के इन दो प्रभावशाली चेहरों का एक साथ आना राज्य के सियासी समीकरणों को पूरी तरह से बदल सकता है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह मुलाकात सिर्फ एक पारिवारिक मिलन साबित होती है या महाराष्ट्र की राजनीतिक दिशा तय करने वाली एक महत्वपूर्ण घटना।
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