सोना खरीदा नहीं, फिर भी सोने ने कर दिया मालामाल! RBI की इस स्कीम ने 4 साल में बरसाया पैसा
अगर आपसे कोई कहे कि बिना सोना खरीदे, बिना उसकी सुरक्षा की चिंता किए आप सोने से भी ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं, तो शायद आपको यकीन न हो. लेकिन यह बिल्कुल सच है. और जिन लोगों ने 4 साल पहले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की एक खास स्कीम पर भरोसा दिखाया था, आज उनकी चांदी हो गई है.
आरबीआई ने हाल ही में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) श्रृंखला जारी करना शुरू किया है और निवेशकों को जो रिटर्न मिला है वह किसी लॉटरी से कम नहीं है।
क्या है पूरा मामला?
साल 2020 में RBI ने 'SGB 2020-21 सीरीज X' नाम से एक गोल्ड बॉन्ड निकाला था. आसान भाषा में कहें तो सरकार लोगों से पैसा लेकर उतने मूल्य का 'कागजी सोना' दे रही थी. बहुत से लोगों ने इसमें निवेश किया. अब, 4 साल बाद, RBI उन बॉन्ड्स को वापस खरीद रहा है और निवेशकों का पैसा ब्याज और मुनाफे के साथ लौटा रहा है.
निवेशकों को कैसे मिला दोगुना फायदा?
इस स्कीम की सबसे खास बात थी इसका 'डबल बेनिफिट'. चलिए समझते हैं कैसे:
1. सोने के बढ़ते दाम का फायदा:
- जब लोगों ने फरवरी 2021 में यह बॉन्ड खरीदा था, तब उन्हें ₹4,912 प्रति ग्राम के हिसाब से भुगतान करना था.
- अब जब RBI इसे वापस खरीद रहा है, तो कीमत ₹7,114 प्रति ग्राम तय की गई है.
यानी, सीधे-सीधे एक ग्राम पर₹2,202 का मुनाफा! अगर किसी ने 10 ग्राम (यानी करीब ₹49,120) का निवेश किया होता, तो सिर्फ सोने के दाम बढ़ने से ही उसे ₹22,020 का फायदा हो गया.
2. बैठे-बिठाए मिला ब्याज:
यही इस योजना का सबसे बड़ा प्लस पॉइंट है। आपको अपने निवेश पर 2.5% सालाना का एक निश्चित ब्याज भी मिलता है, जो हर 6 महीने में आपके बैंक खाते में जमा हो जाता है। यह वो फ़ायदा है जो घर में सोना रखने पर कभी नहीं मिलता। यानी कीमत बढ़ने पर मिलने वाले फ़ायदे के अलावा, ऊपर से ब्याज भी मिलता है।
टैक्स की भी कोई चिंता नहीं!
और सोने पर सुहागा यह है कि अगर आप SGB को पूरे 8 साल तक रखते हैं, तो आपको इसके मुनाफे पर एक रुपये का भी टैक्स नहीं देना पड़ता. 4 साल में मिले इस जबरदस्त रिटर्न पर भी टैक्स के नियम काफी फायदेमंद हैं.
यह खबर उन सभी लोगों के लिए एक सबक है जो सोचते हैं कि निवेश करना बहुत मुश्किल काम है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जैसी सरकारी योजनाएं न केवल आपके पैसे को सुरक्षित रखती हैं, बल्कि मुद्रास्फीति को मात देने वाला बेहतरीन रिटर्न भी देती हैं जो शेयर बाजार के जोखिम के बिना कहीं और मिलना मुश्किल है।
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