पटना में एसटीईटी छात्रों का गुस्सा फूटा, BSEB ऑफिस के बाहर हल्ला बोल, कहा गलत आंसर की मंजूर नहीं

Post

News India Live, Digital Desk : बिहार में कोई भी परीक्षा हो और उसके बाद हंगामा न हो, ऐसा आजकल कम ही देखने को मिलता है। आज पटना की सड़कें एक बार फिर से छात्रों के नारों से गूंज उठी हैं। बिहार एसटीईटी (Bihar STET) के अभ्यर्थी, जो भविष्य में शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं, आज अपना सबर खो बैठे और बिहार बोर्ड (BSEB) के ऑफिस का घेराव कर दिया।

बात ही कुछ ऐसी है जिस पर गुस्सा आना लाज़मी है। सोचिए, आपने रात-दिन एक करके पढ़ाई की हो, और जब एग्जाम देकर आएं तो पता चले कि बोर्ड ने जो 'आंसर की' (Answer Key) जारी की है, उसमें ही गलतियां हैं। बस इसी बात को लेकर आज छात्रों ने बोर्ड के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

आखिर मुद्दा क्या है? (What is the Issue?)

सीधा मसला 'गलत सवालों और गलत जवाबों' का है। छात्रों का कहना है कि जो प्रोविजनल आंसर की (Provisional Answer Key) जारी की गई है, उसमें कई सवालों के जवाब गलत दिए गए हैं। छात्रों का तर्क है कि अगर इन्हीं गलत जवाबों के आधार पर फाइनल रिजल्ट बना दिया गया, तो हज़ारों योग्य छात्र एक-दो नंबर से फेल हो जाएंगे और उनका करियर चौपट हो जाएगा।

भाई, बिहार में सरकारी नौकरी का क्या महत्व है, ये हमसे-आपसे बेहतर कौन जानता है? यहाँ एक-एक नंबर के लिए महाभारत छिड़ जाती है।

छात्र क्या मांग रहे हैं? (The Demands)

बोर्ड ऑफिस के बाहर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों की मांग बिल्कुल साफ और सीधी है“हमें रिजल्ट की जल्दी नहीं है, लेकिन हमें गलत रिजल्ट नहीं चाहिए!”उनका कहना है कि फाइनल रिजल्ट जारी करने से पहले बोर्ड एक 'रिवाइज्ड आंसर की' (Revised Answer Key) जारी करे। ताकि छात्रों को पता चल सके कि उनकी आपत्तियों (Objections) को बोर्ड ने माना है या नहीं। छात्र चाहते हैं कि पारदर्शिता (Transparency) बरती जाए, ताकि किसी के साथ अन्याय न हो।

माहौल एकदम गरम है!

पटना में सिन्हा लाइब्रेरी रोड और बीएसईबी ऑफिस के आसपास का नजारा आज देखने लायक था। छात्रों की भीड़, पुलिस का पहरा और हवा में गूंजते नारे। छात्र साफ़ कह रहे हैं कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी, वो पीछे हटने वाले नहीं हैं। उन्हें डर है कि अगर एक बार रिजल्ट आ गया, तो फिर कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाने पड़ेंगे और भर्ती फिर से लटक जाएगी।

अब देखना यह है कि आनंद किशोर जी (बोर्ड अध्यक्ष) और बीएसईबी प्रशासन छात्रों की इस गुहार को कितनी गंभीरता से लेता है। फिलहाल तो पटना में "आर या पार" की लड़ाई चल रही है

 

--Advertisement--