आपकी रसोई में छिपा 'धीमा जहर', कहीं आप भी तो नहीं खा रहे हैं प्लास्टिक?

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यह सुनने में भले ही अजीब और डरावना लगे, लेकिन यह सच है। हम और आप हर रोज, हर हफ्ते अनजाने में अपने खाने के साथ प्लास्टिक के छोटे-छोटे कण (Microplastics) भी खा रहे हैं। ये कण इतने छोटे होते हैं कि आंखों से दिखाई नहीं देते, लेकिन शरीर में जाकर ये 'धीमे जहर' की तरह काम करते हैं और कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।

सबसे बड़ी हैरानी की बात यह है कि यह प्लास्टिक कहीं बाहर से नहीं, बल्कि हमारी अपनी रसोई से हमारे खाने में मिल रहा है। हमारी कुछ आदतें और रसोई में रखी कुछ आम चीजें इसके लिए जिम्मेदार हैं।

आइए जानते हैं कि आपकी रसोई में यह छिपा हुआ दुश्मन कहां है और इससे कैसे बचा जा सकता है।

1. प्लास्टिक के डिब्बे और बर्तन
यह सबसे बड़ा सोर्स है। हम अक्सर बचे हुए खाने, दाल या सब्जी को प्लास्टिक के डिब्बों में रखकर फ्रिज में रख देते हैं। और सबसे बड़ी गलती तब करते हैं, जब उसी प्लास्टिक के डिब्बे में खाना माइक्रोवेव में गर्म कर लेते हैं। गर्म होते ही प्लास्टिक से खतरनाक केमिकल और माइक्रोप्लास्टिक टूटकर खाने में मिल जाते हैं।

  • क्या करें: प्लास्टिक के डिब्बों की जगह कांच (Glass) या स्टेनलेस स्टील (Stainless Steel) के बर्तनों का इस्तेमाल करें। ये गर्म करने के लिए भी सुरक्षित हैं और सेहत के लिए भी।

2. नॉन-स्टिक पैन (Non-stick Pans)
लगभग हर घर में मौजूद नॉन-स्टिक तवा या कढ़ाई ऊपर से तो बहुत सुविधाजनक लगती है, लेकिन जब इसकी परत पर खरोंच आ जाती है, तो यह बेहद खतरनाक हो जाती है। खरोंच लगने पर इसकी टेफ्लॉन कोटिंग से प्लास्टिक के कण निकलकर हमारे खाने में मिलने लगते हैं।

  • क्या करें: खरोंच लगे हुए नॉन-स्टिक पैन का इस्तेमाल तुरंत बंद कर दें। इसकी जगह लोहे (Cast Iron)स्टील (Stainless Steel) या मिट्टी (Clay) के बर्तनों का उपयोग करें।

3. प्लास्टिक के चॉपिंग बोर्ड (Plastic Chopping Boards)
जब हम प्लास्टिक के चॉपिंग बोर्ड पर चाकू से सब्जियां काटते हैं, तो चाकू की धार से प्लास्टिक के बहुत छोटे-छोटे कण कटकर सब्जियों में चिपक जाते हैं और हमें पता भी नहीं चलता।

  • क्या करें: प्लास्टिक की जगह लकड़ी (Wooden) या बांस (Bamboo) का चॉपिंग बोर्ड इस्तेमाल करें। ये सेहत के लिए एक बेहतर विकल्प हैं।

4. प्लास्टिक की पानी की बोतलें
हम पानी की बोतलों को बार-बार इस्तेमाल करते रहते हैं। ये बोतलें जब धूप या गर्मी के संपर्क में आती हैं, तो प्लास्टिक से केमिकल और कण घुलकर पानी में मिल जाते हैं, जिसे हम पी लेते हैं।

  • क्या करें: प्लास्टिक की बोतलों की जगह स्टील (Steel)तांबे (Copper) या कांच (Glass) की बोतल का इस्तेमाल करें।

5. प्लास्टिक रैप और थैलियां (Plastic Wraps and Bags)
खाने को ढकने के लिए प्लास्टिक रैप (Cling Film) का इस्तेमाल करना या गर्म समोसे-कचौड़ी को प्लास्टिक की थैलियों में लाना भी खतरनाक है। गर्मी के संपर्क में आते ही ये भी खाने में केमिकल छोड़ते हैं।

  • क्या करें: खाने को ढकने के लिए स्टील की प्लेट या बी-वैक्स रैप (Beeswax wraps) का इस्तेमाल करें और बाजार से सामान लाने के लिए कपड़े का थैला (Cloth Bag) साथ लेकर जाएं।

ये छोटे-छोटे बदलाव आपकी और आपके परिवार की सेहत पर एक बड़ा और सकारात्मक असर डाल सकते हैं। याद रखिए, सेहत से बढ़कर कुछ भी नहीं।

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