सोने का तरीका और सेहत क्यों डॉक्टर हमेशा बाईं करवट सोने की सलाह देते हैं? जानिए इसका मैजिक
News India Live, Digital Desk : हम इंसान भी बड़े अजीब होते हैं, है न? दिन भर चाहे हम कहीं भी घूम लें, लेकिन रात को सुकून अपनी उसी 'पुरानी जगह' पर ही मिलता है। ज्यादातर कपल्स में या भाई-बहनों में अक्सर यह लड़ाई होती है "यह मेरी साइड है, तुम उधर सो जाओ।"
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हम बेड की एक खास दिशा (Left or Right) को ही क्यों चुनते हैं? क्या यह सिर्फ एक आदत है या इसके पीछे हमारे दिमाग और शरीर का कोई गणित काम कर रहा है? ज़ी न्यूज़ के लाइफस्टाइल सेगमेंट की एक रिपोर्ट और मनोवैज्ञानिकों की मानें, तो यह मामला काफी दिलचस्प है।
लेफ्ट वाले 'खुशमिजाज', राइट वाले 'सख्त'?
एक बहुत ही दिलचस्प सर्वे में यह बात सामने आई है कि जो लोग बिस्तर के बाईं तरफ (Left Side) सोना पसंद करते हैं, वे आमतौर पर ज्यादा खुशमिजाज और शांत स्वभाव के होते हैं। वे जीवन की मुश्किलों को ठंडे दिमाग से सुलझाना जानते हैं।
वहीं, दूसरी तरफ जो लोग दाईं तरफ (Right Side) सोना चुनते हैं, उन्हें थोड़ा जिद्दी या 'जमीन से जुड़ा हुआ' (Practical) माना जाता है। वे भावुक होने के बजाय तर्क पर ज्यादा भरोसा करते हैं। हालांकि, यह कोई पत्थर की लकीर नहीं है, लेकिन पर्सनालिटी टेस्ट में अक्सर ऐसे नतीजे देखने को मिले हैं।
सेहत का 'लेफ्ट' कनेक्शन
अब बात करते हैं हेल्थ की, जो सबसे जरूरी है। अगर आप 'लेफ्ट साइड' (बाईं तरफ) सोना पसंद करते हैं, तो आपकी सेहत आपको थैंक्यू कहेगी। आयुर्वेद और मॉडर्न मेडिकल साइंस, दोनों का मानना है कि Left Side Sleeping पेट और दिल के लिए बेस्ट है।
- पाचन (Digestion): हमारे पेट की बनावट ऐसी होती है कि बाईं करवट सोने से एसिडिटी नहीं होती और खाना आसानी से पचता है।
- दिल (Heart): इस तरफ सोने से दिल पर दबाव कम पड़ता है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रहता है।
तो अगर आपको एसिडिटी की समस्या है, तो आज से ही अपनी साइड बदलकर 'लेफ्ट' कर लीजिये।
डर और सुरक्षा का खेल
मनोविज्ञान का एक पहलू यह भी कहता है कि हम वो साइड चुनते हैं जहां हमें 'सुरक्षित' (Safe) महसूस हो।
अक्सर देखा गया है कि कपल्स में पुरुष उस साइड सोना पसंद करते हैं जो दरवाजे (Door) के करीब हो। यह एक बहुत पुराना 'प्रोटेक्टिव इंस्टिंक्ट' (रक्षा करने वाला भाव) है। अचेतन मन (Subconscious mind) को लगता है कि अगर कोई खतरा आया, तो मैं पहले उठकर सामना करूँगा। वहीं, जो लोग दीवार की तरफ कोना पकड़कर सोते हैं, वे खुद को सुरक्षित और "अपनी दुनिया में" महसूस करना चाहते हैं।
निष्कर्ष: नींद आनी चाहिए, साइड कोई भी हो!
वैसे तो ये सारी बातें रिसर्च और सर्वे पर आधारित हैं। हकीकत यह है कि हम "Creatures of Habit" हैं। जिस करवट या जिस कोने में हमें बचपन से या लंबे समय से सुकून मिल रहा है, वही हमारे लिए 'स्वर्ग' है।
लेकिन हाँ, अगली बार जब आप अपने पार्टनर से साइड के लिए झगड़ें, तो यह जरूर चेक कीजियेगा कि क्या वाकई वो साइड आपकी सेहत या पर्सनालिटी को सूट कर रही है या नहीं?
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