Silver Price Today : इस बार सोना ही नहीं चांदी भी दे रही है झटका ,देखें आज के लेटेस्ट दाम और जानें कहां-कहां बढ़े रेट

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News India Live, Digital Desk: भारत में सोना और चांदी दोनों ही समृद्धि और शुभता के प्रतीक माने जाते हैं, खासकर त्योहारों के मौसम में इनकी खरीददारी करना एक पुरानी परंपरा है. लेकिन इस बार दिवाली और धनतेरस से पहले चांदी की कीमतें भी आसमान छू रही हैं, जिसने निवेशकों और खरीददारों दोनों को सकते में डाल दिया है. सोने की तरह चांदी ने भी सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और 'रिकॉर्ड हाई कीमतों' पर पहुंच गई है. बुधवार, 15 अक्टूबर, 2025 को भारत के 10 प्रमुख शहरों में चांदी का क्या रेट है, यह जानना उन लोगों के लिए बेहद जरूरी है जो इस त्योहारी सीजन में चांदी खरीदने की सोच रहे हैं.

क्या है चांदी की कीमतों में ये आग? (Silver Price Today Updates)

आज, यानी 15 अक्टूबर को, भारतीय सराफा बाजार में एक किलोग्राम चांदी का भाव 92,700 रुपये दर्ज किया गया है. वहीं, अगर 10 ग्राम चांदी के भाव की बात करें तो यह 927 रुपये रहा है. चांदी में यह तेजी केवल आज की नहीं है, बल्कि पिछले कुछ समय से इसमें लगातार उछाल देखा जा रहा है.

आपके शहर में क्या है चांदी का आज का रेट? (1 Kg Silver Price in 10 Cities)

नीचे भारत के 10 प्रमुख शहरों में प्रति 1 किलोग्राम चांदी का आज का ताजा भाव दिया गया है (ध्यान दें: यह लिस्टिंग आज की तारीख और समय के आधार पर केवल एक अनुमानित बाजार मूल्य दर्शाती है):

  • दिल्ली: 92,700 रुपये
  • मुंबई: 92,700 रुपये
  • चेन्नई: 95,900 रुपये
  • बेंगलुरु: 95,900 रुपये
  • कोलकाता: 92,700 रुपये
  • लखनऊ: 92,700 रुपये
  • जयपुर: 92,700 रुपये
  • चंडीगढ़: 92,700 रुपये
  • पटना: 92,700 रुपये
  • वडोदरा: 92,700 रुपये

(ध्यान दें: यह आंकड़ा प्रति 1 किलोग्राम शुद्ध चांदी का है, और इसमें टैक्स और अन्य मेकिंग चार्ज शामिल नहीं हैं, जो खरीदारी के समय अलग से लगते हैं.)

क्यों बढ़ रही हैं चांदी की कीमतें? (Reasons for Silver Price Hike)

चांदी की कीमतों में उछाल के पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारण जिम्मेदार हैं:

  • कमोडिटी बाजार का उतार-चढ़ाव: कच्चे तेल की कीमतों में अस्थिरता और अंतरराष्ट्रीय कमोडिटी बाजारों में चल रहे उतार-चढ़ाव का असर चांदी पर भी पड़ रहा है.
  • आर्थिक अनिश्चितता: वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के कारण निवेशक सुरक्षित निवेश (Safe Haven) के रूप में सोना और चांदी की ओर रुख कर रहे हैं. इससे मांग बढ़ रही है और कीमतें ऊपर जा रही हैं.
  • औद्योगिक मांग: सौर ऊर्जा पैनल, इलेक्ट्रॉनिक्स और अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में चांदी का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है, जिससे इसकी मांग में भी इजाफा हो रहा है.
  • डॉलर इंडेक्स में कमजोरी: डॉलर इंडेक्स (DXY) में कमजोरी आने से अन्य करेंसी वाले देशों के लिए सोना-चांदी खरीदना सस्ता हो जाता है, जिससे वैश्विक स्तर पर मांग बढ़ती है.
  • भू-राजनीतिक तनाव: दुनिया के कई हिस्सों में जारी भू-राजनीतिक तनाव भी निवेशकों को सुरक्षित विकल्पों की ओर धकेल रहा है.

निवेशक क्या करें? (Silver Investment Advice)

एक्सपर्ट्स का मानना है कि 'दिवाली और धनतेरस पर चांदी की खरीद' को लेकर निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए. भले ही 'चांदी निवेश के लिए एक अच्छा विकल्प' माना जाता है, लेकिन मौजूदा रिकॉर्ड हाई कीमतों पर यह समझना जरूरी है कि मुनाफावसूली की संभावना बनी रहती है. लंबी अवधि के निवेश के लिए चांदी एक अच्छा विकल्प हो सकता है, लेकिन अल्पकालिक लाभ के लिए सावधानी बरतनी होगी. खरीदने से पहले हमेशा किसी वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और केवल भरोसेमंद ज्वेलरी की दुकानों से ही चांदी खरीदें. 'चांदी की बढ़ती कीमतों' को देखते हुए समझदारी से फैसला लेना जरूरी है.

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